Gazal : सावन में तेरी याद जो आई थी…
सावन में तेरी याद जो आई थी, बेचैन दिल था, चारों तरफ तन्हाई ही तन्हाई थी, यादों में तेरा ही…
‘तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे, जब कभी भी सुनोगे गीत मेरे, संग-संग तुम भी गुनगुनाओगे……
श्रद्धांजलि मोहम्मद रफी 31 जुलाई सुहानी रात ढल चुकी न जाने तुम कब आओगें…. रफी सहाब के प्रसंदीदा गीतों में…
