Harda news : जिला पंचायत के सभाकक्ष में आपदा प्रबन्धन के संबंध में बैठक आयोजित की कलेक्टर आदित्य सिंह ने उपस्थित जनप्रतिनिधि से आपदा प्रबन्धन के संबंध में अपने सुझाव मांगे। उन्होने कहा कि बाढ़ एक ऐसी आपदा है, जिसके लिये हम केवल तैयारी रख सकते है। उन्होने अधिकारियों से कहा कि सभी अपने से संबंधित सभी तैयारियां बारिश से पूर्व पूर्ण कर लें।
कलेक्टर सिंह ने बताया कि हमारे द्वारा 76 स्थानों का चयन किया गया है, जहां पूर्व में बाढ़ आपदा की घटना घटित हुई है। उन्होने बताया कि बाढ़ आपदा से निपटने के लिये जिले में विकेन्द्रिकृत योजना बनाई गई है। बुर्जुग एवं गर्भवती महिलाओं को भी चिन्हित किया गया है ताकि हमारी टीम बाढ़ आपदा से पूर्व ही इन्हें वहां से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचा सके।
विधायक डॉ. दोगने ने बताया कि यदि नदियों से गाद प्रापर तरीके से निकाल दी जाए। उन्होने बताया कि बैरागड़ में स्थित डेम की हाइट बढ़ाने के कारण पानी रूक जाता है, जिससे जतरा पड़ाव वाला क्षेत्र डूब जाता है। इसकी टेक्निकल जांच कराई जाना चाहिए।
नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती कमेडिय़ा ने अपने सुझाव देते हुए बताया कि बाढ़ प्रभावितों के लिये हरदा शहर में फरहत सराय, मीडिल स्कूल, बंगाली कॉलोनी के सामूदायिक भवन, मारवाड़ी धर्मशाला, जैन धर्मशाला, लाल स्कूल, कच्छकड़वा धर्मशाला में व्यवस्था की जाएगी।
टिमरनी नगर पालिका अध्यक्ष भारद्वाज ने बताया कि बारिश से पूर्व हमारे द्वारा नदी, नालों व नालियों की साफ-सफाई कराई गई है। बाढ़ आपदा से निपटने के लिये धर्मशालाओं व रैन बसेरा में व्यवस्था की गई है।