Narmadapuram News : शहर से लगभग 15 किलोमीटर दूर तवा नर्मदा नदी के पवित्र स्थान पर बांद्राभान मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमें हर वर्ष लाखों श्रद्धालु एकत्रित होते है। यहां वानर रूप से एक राजा को मोक्ष प्राप्त हुआ था। तब से नर्मदा तवा संगम स्थल पर बांद्राभान मेला लगाया जाता है। हर साल यहां कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान का विशेष महत्व की मान्यता है। हर साल लाखों श्रद्धालु इस मेले में शामिल होते है और स्नान करते है। इस बार लगभग कार्तिक पूर्णिमा पर पांच लाख लोगों के मेले में आने की संभावना है।
इसका खास महत्व है। इसे लोग मिनीट कुंभ के नाम से भी जानते हैं। नर्मदा नदी और तवा नदी के संगम पर यह मेला लगता है। मान्यता है कि पूर्व में एक राजा को वानर की आकृति से यहां मोक्ष प्राप्त हुआ था। तभी से इस मेले का आयोजन किया जाता है। पूर्णिमा के दिन संगम स्थल पर डुबकी लगाने से लोगों की मनोकामना भी पूरी हो जाती है। किंवदंती है कि संगम पर कई तपस्वियों ने मोक्ष के लिए तपस्या की थी। इसी कारण से आम श्रद्धालु भी यहां आकर स्नान करते हैं। यहां लोग तीन से चार दिन तक रुकते हैं।
जिला मुख्यालय से आठ किमी दूर स्थित नर्मदा व तवा के संगम स्थल बांद्राभान में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रतिवर्ष मेले का आयोजन किया जाता है। इस बार बांद्राभान मेला 13 से 15 नवंबर तक लगेगा। मेले की तैयारियों के संबंध में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना एवं पुलिस अधीक्षक डॉ गुरुकरण सिंह ने अधिकारियों के साथ मेला स्थल का निरीक्षण किया। कलेक्टर सुश्री मीना ने निर्देश दिए कि मेला अवधि के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहें। पार्किंग, परमिट आदि की प्रक्रिया भी शीघ्र पूर्ण की जाए। मेला अवधि के दौरान होम गार्ड जवानों की टीम तथा गोताखोर भी मेला स्थल पर उपस्थित रहें।
कलेक्टर ने मेला स्थल पर लगने वाली दुकानों के बिजली कनेक्शन एवं झूलों का सुरक्षा प्रमाणन करवाए जाने के लिए भी निर्देशित किया। बांद्राभान मेला स्थल पर व्यवस्थित ले आउट डाला जाए। मेला स्थल पर बेरिकेडिंग भी अच्छे से कराएं। मेला स्थल पर आने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी ना हों। उन्होनें पेयजल, चलित शौचालय आदि की भी व्यवस्थाए किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रात्रि में बिजली जाने की समस्या न हो इसके लिए भी वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। संपूर्ण मेला क्षेत्र में उचित एनाउसमेंट सिस्टम एवं कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाए।