Narmadapuram News : शासन की मंशानुरूप ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने तथा पशुपालकों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश के पशुपालन विभाग पंचायत ग्रामीण विकास विभाग और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड आनंद के समन्वय से मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन संभाग नर्मदापुरम अंतर्गत गठित स्व सहायता समूहों की प्रशिक्षित पशु सखियों को ए हेल्प सखी का 17 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया जाता है।
प्रशिक्षण में पशु चिकित्सकों द्वारा पशुओं की नस्ल कृत्रिम गर्भाधान डी वार्मिंग टीकाकरण राशन बैलेंस प्रोग्राम ईयर टैगिंग पशुपालन से संबंधित शासन की योजनाएं पारंपरिक पशु चिकित्सा पद्धतियां पशु पोषण एवं आहार प्रबंधन प्रजनन प्रबंधन पशुओं में होने वाली बीमारी एवं उनका रोकथाम गौ आधारित खाद प्रबंधन डेयरी प्रबंधन संबंधी विषयों पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया जाता है। इन सभी ए हेल्प पशु सखियों द्वारा प्रशिक्षण के उपरांत पशु सखियों के राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड आनंद एवं नेशनल अकैडमी ऑफ रूडसेटी द्वारा ऑनलाइन परीक्षा प्रैक्टिकल एवं इंटरव्यू दिए गए थे। तदोपरांत प्रशिक्षण पूर्ण करने एवं मान्यता संबंधी प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। इसी तारतम्य में जिला नर्मदापुरम में 52 पशु सखियों को ए हेल्प सखी के रूप में प्रशिक्षित किया जा चुका है।
प्रशिक्षण के उपरांत पशुपालन से संबंधित प्रबंधन एवं डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित स्व सहायता समूह की दीदीयो द्वारा प्रशिक्षण उपरांत ग्रामीण पशु प्रबंधन के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप ग्रामीण अंचल में जहां पशु चिकित्सा विभाग के लोग आकस्मिक सेवा पर नहीं उपलब्ध हो पाते हैं ऐसी स्थिति में गांव की दीदी ही पशुओं की देखभाल और उनके स्वास्थ्य एवं आवास प्रबंधन का कार्य पशुपालन विभाग और पशु पालक के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में जुडक़र कर रही हैं। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में पशु हानि कम होने के साथ ही पशुपालकों की आय में भी वृद्धि हो रही है।