पावनसिटी समाचार पत्र इंदौर
कलेक्टर शिवम वर्मा की अध्यक्षता में आज यहां जिला स्तरीय एंटी रैगिंग समिति की बैठक कलेक्टर कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में कलेक्टर शिवम वर्मा ने निर्देश दिए हैं कि जिले के समस्त शैक्षणिक संस्थानों में ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए जिससे कि रैगिंग की घटना किसी भी हालत में नहीं हो। सभी शैक्षणिक संस्थान अपने यहां अध्ययन का अनुकूल वातावरण बनाए रखें।
बैठक में एडीएम श्री रोशन राय,कलेक्टर कार्यालय में उच्च शिक्षा के नोडल अधिकारी डॉ. एम.डी. सोमानी, जिला स्तरीय एंटी रैगिंग समिति के सदस्य महेंद्र सोनगिरा सहित अन्य सदस्य मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर श्री वर्मा ने निर्देश दिये कि हॉस्टल, कैंटीन तथा अन्य स्थानों पर सतत निगरानी की व्यवस्था रखी जाये। वर्मा ने निर्देश दिए की सभी जूनियर और सीनियर छात्रों के बीच नियमित रूप से स्वस्थ संवाद और संपर्क बनाए रखने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सभी उच्च शैक्षणिक संस्थानों में सीनियर और जूनियर छात्रों की कमेटी भी बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी हॉस्टल्स और अन्य स्थानों पर प्रकाश, शौचालय, पेयजल आदि की मूलभूत सुविधाएं भी सुनिश्चित की जाए। हॉस्टल के बच्चों के स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। हॉस्टल में स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण बनाए रखा जाए।
बैठक में कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्णय के परिपालन में यू.जी.सी. द्वारा जारी एंटी रैगिंग के निर्देशों का पालन कराया जाये। संस्थान में वरिष्ठ छात्र-छात्राओं द्वारा कनिष्ठ छात्र-छात्राओं के साथ किसी भी प्रकार की रैगिंग संबंधी घटनाएं न हों, इस पर संस्थान प्रमुख का यह विशेष दायित्व है कि वह इस संबंध में विशेष सतर्कता रखें एवं निरन्तर समीक्षा करें। प्रत्येक संस्थान में एंटी रैगिंग समिति गठित की जाये। स्टाफ के साथ बैठक लेकर सभी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये जाएं। जिला अग्रणी महाविद्यालय इन्दौर का यह दायित्व होगा कि जिले के सभी महाविद्यालयों शासकीय एवं अशासकीय की इस संबंध में बैठक आयोजित कर आवश्यक निर्देश जारी किये जाये। छात्रावासों में सतत् निगरानी की जाये। विशेष रूप से सायंकाल रात्रि के समय औचक निरीक्षण संस्थान के वरिष्ठ शिक्षकों व छात्रावास अधीक्षकों के व्दारा किया जाये। संस्थानों व्दारा रात्रि में वार्डन को छात्रवासों के औचक निरीक्षण के निर्देश दिये जायें एवं छात्रावासों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए, स्वच्छ पेयजल प्रदाय हो, छात्रावासों के कैंटीन एवं महाविद्यालयों के कैंटीन में खान-पान संबंधी सामग्री की गुणवत्ता का ध्यान रखा जाये एवं इसकी सतत समीक्षा की जाये। साथ ही केंटीन में उपलब्ध खाद्य सामग्री की गुणवत्ता का भी सतत् परीक्षण किया जाए । श्री वर्मा ने निर्देश दिये कि संस्थान के छात्र-छात्राओं से विशेष रूप से कनिष्ठ छात्र-छात्राओं से शिक्षकों एवं छात्रावास अधीक्षक निरंतर संवाद करें, कोई समस्या बताए जाने पर उनका तत्काल निराकरण करने का दायित्व संस्था प्रमुख का होगा । छात्रावासों में अन्य बाहरी छात्र-छात्राओं एवं अपरिचित व्यक्तियों के प्रवेश प्रतिबंधित किया जाये। छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों के अतिरिक्त अन्य आने जाने वालो का एक रजिस्टर में रिकार्ड रखा जाये।
बैठक में श्री सोमानी ने केंद्र और राज्य शासन विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समय-समय पर जारी किए गए निर्देशों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।