Agricultural scientists have developed a new approach for soybean cropHarda News

Harda News : कृषि विज्ञान केंद्र की पादप प्रजनन एवं अनुवांशिकी वैज्ञानिक सुश्री पुष्पा झरिया ने किसानों को सुझाव दिया है कि जिन किसानों ने अभी तक बुवाई नहीं की है वे सोयाबीन की जे.एस. 2216, जे.एस. 2212 व डीजेएस 2034 किस्में लगा सकते हैं। उन्होंने सलाह दी है कि सोयाबीन की बुवाई के तुरंत बाद चौड़ी और संकरी दोनों प्रकार की खरपतवारों के नियंत्रण के लिये मैटालोक्लोर 50 एई सी, 2 लीटर प्रति हेक्टेयर तथा चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों के लिये डाइक्लोसुलम 84 डब्लू डीजी 26 से 30 ग्राम प्रति हेक्टेयर का छिडक़ाव करें। जिन किसान भाइयों ने सीड ड्रिल से कतारों में बोनी की है वे 6 से 10 कतारों के अंतराल पर नालियां बना लें ताकि आवश्यकता अनुसार जल भराव एवं जल निकासी की सुविधा प्राप्त हो सके।