पावनसिटी खंडवा जिले में जल संरक्षण और भूजल संवर्धन के लिए “मिशन अमृत संचय” अभियान प्रारंभ किया है। इस अभियान के तहत वर्षा के जल की एक-एक बूंद रोकने का प्रयास किया जाएगा। कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता ने बताया कि इस अभियान के तहत गांव-गांव में जल समितियों का गठन किया जा रहा है। समिति गठन के आदेश एसडीएम द्वारा जारी किये जा रहे हैं। हर गांव में गठित जल समिति में पंचायत के पंच-सरपंच, ग्राम रोजगार सहायक, पंचायत सचिव, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, गांव के शिक्षक, पटवारी तथा उपयंत्री को शामिल किया गया है। यह समिति गांव में बोरी बंधान, हैंडपंपों के आसपास सोखता गड्ढे, डगवेल रिचार्ज, जीर्ण शीर्ण स्टॉप डैम और चेक डैम की मरम्मत, जल जीवन मिशन के जल स्रोतों का रिचार्ज, सूखे बोरवेल रिचार्ज, मेढ़ बंधान, खेत तालाब निर्माण, निस्तार तालाब और परकोलेशन टैंक, नाला गहरीकरण के कार्य कराएंगी।
श्रेष्ठ कार्य करने वाले अधिकारी होंगे पुरस्कृत
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा ने बताया कि मिशन अमृत संचय अभियान के तहत भूजल संवर्धन के कार्यों के लिए वित्तीय व्यवस्था रोजगार गारंटी योजना, 15वां वित्त आयोग, पंचायत की स्वयं की आय, जन भागीदारी जैसे मदों से की जाएगी। सभी निर्मित की गई जल संरचनाओं की प्रविष्टि “जल शक्ति जन भागीदारी 2.0”पोर्टल में करनी होगी। प्रत्येक निर्मित की गई जल संरचना के पहले और बाद की स्थिति के फोटो और वीडियो संबंधित पंचायत में रिकॉर्ड में रखने होंगे और उसकी एक प्रति जिला पंचायत की रोजगार गारंटी शाखा को भेजना होगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. गौड़ा ने बताया कि जल समितियों के सदस्यों का प्रशिक्षण 16 से 25 जुलाई तक होगा। इसके बाद 8 अगस्त 2025 तक गांव की कार्य योजना तैयार की जाएगी। जल समिति द्वारा तैयार कार्य योजना संबंधित उपयंत्री के सत्यापन उपरांत ही क्रियान्वित की जाएगी। प्रत्येक 15 दिवस में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा इस अभियान की समीक्षा की जाएगी। मिशन अमृत संचय अभियान में सराहनीय कार्य करने वाली जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और सहायक यंत्रियों को, सर्वश्रेष्ठ 3 क्लस्टर्स के उपयंत्रियों को तथा प्रत्येक जनपद में 5 सर्वश्रेष्ठ ग्रामों कीे जल समितियां के सभी सदस्यों को नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे।