ये बात सच है जब हमें कोई अधिकार मिलता है। तो उससे जुड़ी जिम्मेदारियां भी होती हैं। ये कोई आम अधिकार नहीं हैं। हमारे देश की शान कहलाने वाले तिरंगे के सम्मान की बात हैं। इसलिए भारत देश के नागरिक होने के नाते इस बात का विशेष ध्यान दें। कि हमारे देश के तिरंगे का सम्मान बरकरार रहें। जो इज्जत हमारे दिलों में हमारे देश के तिरंगे को लेकर हैं। वो खुलकर सामने आयें…
हमारे देश का तिरंगा इतना प्यारा हैं। जहां रहता है वहीं अपनी रोनक बिखेर देता हैं। एक भारतीय नागरिक होने के नाते भारत का हर इंसान अपने देश के तिरंगें को प्यार करता हैं। उसका सम्मान करता हैं। बच्चें हो या बजुर्ग हर एक के दिल में ये हसरत होती है। जब हमारे देश का आजादी का पर्व आये तो हम भी अपने घर पर बड़ी शान के साथ अपना तिरंगा फहरायें।
पहले ऐसा था लोगों का ये ख्वाब ख्वाब ही बनकर रह जाता था। लेकिन आज हमारे देश की वर्तमान सरकार के द्वारा भारत देश के हर नागरिक को अपने घर, अपनी दुकान, दफ्तर अपनी प्रतिष्ठानों पर ससम्मान तिरंगा लगाने की अनुमति दी गई हैं। ये हर भारतीय नागरिक के लिए खुशनसीबी की बात हैं।
आज उसें अपनी देश की सरकार की तरफ से ये अधिकार मिला हैं। कि वो अपने घरों पर शान के साथ तिरंगा फहरा सकते हैं। तो क्यों न हम हमें मिले इस सुनहरे अवसर का सदुप्रयोग करें। और ‘‘हर घर तिरंगा अभियान’’ के तहत अपने घरों पर ससम्मान के साथ तिरंगा लगाएं। और अपने घर को आजादी के पर्व पर तिरंगें से सजाएं। और जो तिरंगे हम अपने घरों, दफ्तर, दुकान और प्रतिष्ठानों पर लगाएं। उस तिरंगें की हिफाजत की भी पुरी जिम्मेदारी लें। जो तिरंगा अपने अपने घर में लगाया है।
सही लगा है के नहीं। कही हवा से तिरछा तो नहीं हुआ हैं। ये तिरंगे का सम्मान होता है। कि तिरंगा को सीधा लगाना चाहिए। और ऊंचाई पर लगाएं। तिरंगे को फटने नहीं दें। न हीं उस को ऐसी जगह लगाएं। जहां से गिरने का डर हो। तिरंगों को कभी जमीन पर नीचे नहीं रखें। उसका इस तरह से सम्मान करें जैसे हम अपनी माँ का करते है। कभी इतफाक से तिरंगा फट जाएं तो उसे सभालकर रखें।
‘‘हर घर तिरंगा अभियान’’ की शुरूआत 10 अगस्त से हो रही है। इसलिए 10 अगस्त से ससम्मान के साथ अपने घरों पर तिरंगा लगाएं। और अपने देश की आजादी के जश्न में बढ़चढ़ कर हिस्सा लें। और 15 अगस्त के दिन भी अपने घर अपनी कॉलोनी में स्वतंत्रा दिवस का मिलकर जश्न मनाएं। और अपने देश के स्वतंत्रा सेनानियों को याद करें। और अपने बच्चों को अपने देश की आजादी के बारे में बताएं। उन्हें बताएं के किन मुश्किलों के बाद हमारे देश को ये आजादी हासिल हुई थी।
हमारे देश के लाखों लोगों ने इस देश की आजादी में अपने प्राण गवाएं थे। उनके बहें खुन की एक-एक बुंद का कर्ज तो हम नहीं चुका सकते है। लेकिन अपने देश की आजादी के पर्व पर उन्हें याद करके श्रद्धा सुमन अर्पित कर सकते हैं। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद करके हम अपनी आजादी के जश्न को अपनी जिन्दगी में और यादगार बना सकते हैं।
‘‘हर घर तिरंगा अभियान’’ से जुड़ कर हम अपने देश की आजादी का जश्न पुरे देश में शान के साथ तिरंगा फहराकर मना सकते हैं। और जब 15 अगस्त का दिन खुशियों के साथ गुजर जाएं। तो स्वतंत्रा दिवस के बाद देश के हर नागरिक का ये फर्ज हैं। कि जिस सम्मान के साथ हमने अपने देश के तिरंगें को फहराया था। उस सम्मान के साथ ही बड़े प्यार से उसे उतार कर अपने पास संभाल कर रख लें।
तिरंगे को अच्छी तरह से घड़ी करें फिर एक पॉलिथीन बैंग में सील कर रख दें। ताकि आने वाले साल पर आप फिर इस तिरंगे का उपयोग कर सकें। और तिरंगे का सम्मान करके तिरंगे के प्रति जो हमारे संविधान ने हमें कर्तव्य दिये है उन्हें भी निभा सकें।
‘‘हर घर तिरंगा अभियान’’ के तहत एक भारतीय नागरिक होने के नाते हमारा ये भी फर्ज बनता हैं। के अगर हम अपने छोटे बच्चों को स्वतंत्रा दिवस के दिन तिरंगा देते हैं। तो उनको ये बात भी सिखाएं। तिरंगे का पुरा सम्मान करना। उसको जमीन में नहीं रखना। नीचे छुका कर नहीं चलना। नाली या कचरे के ढेर पर नहीं फैकना। बच्चों को दिये तिरंगे को भी बाद में उनसे लेकर सुरक्षित स्थान पर रखें। और अगर हम अपने गाड़ी या वाहन पर तिरंगा लगा रहे हैं। तो उसका भी विशेष ध्यान रखें।
क्योंकि ये बात सच है जब हमें कोई अधिकार मिलता है। तो उससे जुड़ी जिम्मेदारियां भी होती हैं। ये कोई आम अधिकार नहीं हैं। हमारे देश की शान कहलाने वाले तिरंगे के सम्मान की बात हैं। इसलिए भारत देश के नागरिक होने के नाते इस बात का विशेष ध्यान दें। कि हमारे देश के तिरंगे का सम्मान बरकरार रहें। जो इज्जत हमारे दिलों में हमारे देश के तिरंगे को लेकर हैं। वो खुलकर सामने आयें। और हम शान के साथ कह सकें..
‘‘विजयी विश्व तिरंगा प्यारा,
झंड़ा ऊंचा रहे हमारा,
शान न इसकी जाने पाए,
चाहे जान भले ही जाए।’’
लेखिका- सैयद शबाना अली