पावनसिटी समाचार पत्र सीहोर 

• खेलों से शारीरिक क्षमता वृद्धि, व्यक्तित्व विकास और चरित्र का निर्माण होता है

• स्वस्थ जीवन के लिए हर आयु वर्ग में खेलों का महत्व है

• खेलों को जीवन का अनिवार्य हिस्सा बनाएं

राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर अनेक खेल गतिविधियां आयोजित

हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती, 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर सीहोर के आवासीय खेल परिसर में अनेक खेल गतिविधयां आयोजित की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर  बालागुरू के., एसपी  दीपक कुमार शुक्ला, जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन और पैरालंपिक मेडलिस्ट  कपिल परमार ने किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया गया।

इस अवसर पर कलेक्टर  बालागुरू के. ने कहा कि खेलों से जहाँ एक ओर शारीरिक क्षमता में वृद्धि होती है, वहीं व्यक्ति के चरित्र का निर्माण भी होता है। खेलों से महत्वपूर्ण सीख भी मिलती हैं, जो खिलाड़ी जीवन के संघर्ष, जिम्मेदारियों और कठिन परिस्थितियों पर विजय पाने में काम आती है। खेलों में भाग लेने से ऐसी खेल भावना के साथ ही साथ सकारात्मक दृष्टिकोण का भी विकास होता है। खेल भावना के कारण ही हार और जीत को सहजता से लिया जाता है और परस्पर मैत्री भाव का विकास होता है। उन्होंने कहा कि आज पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी जरूरी है। विगत कुछ वर्षों से खेलों में कैरियर के अवसरों में विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए खेलों का महत्व हर आयु वर्ग में समान रूप से जरूरी है। खेल न केवल शरीर को सक्रिय बनाए रखते हैं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी कारगर साबित होते हैं। उन्होंने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी को शारीरिक गतिविधियों की जरूरत है। बच्चों के लिए खेल, सीखने और अनुशासन का साधन है, तो युवाओं के लिए फिटनेस और टीमवर्क की भावना का आधार है। वहीं बुजुर्गों के लिए हल्के-फुल्के खेल और व्यायाम लंबे समय तक तंदुरुस्ती बनाए रखने में मदद करते हैं।

कार्यक्रम में एसपी  दीपक कुमार शुक्ला ने कहा कि आज मेजर ध्यानचंद की स्मृति में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि खेलों और फिटनेस के प्रति लोगों को प्रेरित और प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने कहा कि देश के अनेक खिलाड़ियों को उनकी खेलों में अभूतपूर्व उपलब्धियॉं के कारण हमेशा याद किया जाता है। उन्होंने कहा कि सीहोर के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। प्रतिभा सभी में है, बस उसे तराशने की आवश्यकता होती है और खेल इसका अच्छा माध्यम है। उन्होंने कहा कि खेलों को जीवन का अनिवार्य हिस्सा बनाएं।

इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन ने अपने खेली जीवन के अनुभव साझा करते हुए बताया के वे जिम्नास्टिक में नेशनल मेडलिस्ट रही हैं। उन्होंने बताया कि खेलों से जीवन में जिस अनुशासन और प्रतिस्पर्धा की भावना का विकास होता है। वह भावना केवल खेल ही नहीं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने में मददगर साबित होती है। इस अवसर पर एसडीएम श्री तन्मय वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी  संजय सिंह तोमर, जिल खेल अधिकारी रूबीना खान, आवासीय खेल परिसर के प्रचार्य  आलोक शर्मा सहित अनेक खिलड़ी उपस्थित थे।

इन खेल गतिविधियों का हुआ आयोजन

आवासीय खेल परिसर में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर खो-खो, कब्बडी, बालीबॉल, रस्साकसी, कराटे, त्वाइकांडो, बाक्सिंग, शतरंज सहित अनेक गतिविधियों का आयोजन किया गया। कलेक्टर  बालागुरू के, एसपी  दीपक कुमार शुक्ला और जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन ने खेल प्रतियोगिताओं को देखा और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।

खेल गतिविधियों से जुड़कर स्वास्थ्य रहने की शपथ

इस अवसर पर एसपी  दीपक कुमार शुक्ला ने उपस्थित सभी अधिकारियों-कर्मचारियों और खिलाड़ियों को खेल गतिविधियों को अपने जीवन में शामिल कर स्वयं को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से हमेशा स्वास्थ्य और संतुलित बनाने की शपथ भी दिलाई। इसके साथ ही सभी को अपने परिवार एवं मित्रों को खेल एवं फिटनेस गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने की भी शपथ दिलाई   गई

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