पावनसिटी समाचार पत्र खंडवा
मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के हरसूद विकासखण्ड की शासकीय प्राथमिक शाला झुमरखाली की नवाचारी शिक्षिका नीतू ठाकुर ने शिक्षा को रोचक और प्रभावी बनाने के लिए अनोखा प्रयास किया है। उन्होंने बच्चों की पढ़ाई को खेल, कविता, कला और अन्य गतिविधियों के माध्यम से जोड़कर रोचक बनाया जिससे स्कूल में बच्चों की उपस्थिति तो बढ़ी ही है, साथ ही शिक्षा के प्रति बच्चों की रुचि भी बढ़ी और स्कूल के परीक्षा परिणाम में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है।
रोल-प्ले और खेलों के माध्यम से पढ़ाया
विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई को खेलों, गीतों और कविताओं के माध्यम से पाठ्यक्रम से जोड़ा है। रोल-प्ले, कहानी, चित्रकला, नाटक और सामूहिक खेलों के माध्यम से पढ़ाई करवाने से बच्चों की समझ और सहभागिता बढ़ रही है।
शिक्षिका नीतू ठाकुर ने कक्षा की दीवारों पर शैक्षिक चार्ट, चित्र, शब्द–दीवार, गणितीय आकृतियाँ और रंगीन सामग्री लगाई गई है, जिससे बच्चों को पढ़ाई सरल तरीके से समझ में आती है। स्कूल के बच्चों को सामग्री तैयार कर क्लास रूम में लगाने के लिए भी प्रेरित किया गया जिससे उनकी सक्रिय भागीदारी और सीखने का स्तर दोनों बढ़ता है।
नियमित उपस्थिति अभियान और टोली
विद्यालय में बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए टोली बनाई गई है। टोली के सदस्य अनुपस्थित बच्चों को विद्यालय आने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके साथ ही यदि कोई बच्चा बिना कारण अनुपस्थित रहता है तो अभिभावकों को फोन करके सूचना दी जाती है और कारण पूछा जाता है। इस प्रयास से विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
आत्मविश्वास और सर्वांगीण विकास
शिक्षिका नीतू ठाकुर के प्रयासो से बच्चे पूरे आत्म विश्वास के साथ मंच पर आकर कविता सुनाने, भूमिका निभाने और प्रश्नों का उत्तर देने लगे हैं। साथ ही, बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय में “हैंड्स-ऑन लर्निंग” पर विशेष ध्यान दिया जाता है। बच्चे स्वयं अपने हाथों से चार्ट बनाना, बीज बोना, रंग भरना, प्रयोग करना और छोटी-छोटी वस्तुएँ तैयार करना सीख रहे हैं। इन गतिविधियों से उनमें कौशल-विकास, रचनात्मकता और स्वावलंबन की भावना विकसित हो रही है।
स्वच्छ और आकर्षक विद्यालय वातावरण
विद्यालय में शिक्षिका नीतू ठाकुर ने केवल पढ़ाई पर ही ध्यान नहीं दिया, बल्कि बच्चों के लिए स्वच्छ और आकर्षक वातावरण भी तैयार किया है। स्कूल परिसर में वृक्षारोपण, चित्रकला, सजावट और स्वच्छता अभियान चलाए जाते हैं।
समुदाय और अभिभावकों की भागीदारी
विद्यालय की इस पहल में समुदाय का सहयोग भी सराहनीय रहा है।
गाँव के लोग समय-समय पर विद्यालय की गतिविधियों में जुड़ते हैं – वृक्षारोपण कार्यक्रमों में पौधे लगाना, गर्मियों में पेड़ों को पानी देना, बच्चों के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराना और विद्यालय परिसर की साफ-सफाई भी सामुदायिक सहभागिता से की जाती है।
अभिभावकगण भी बच्चों की पढ़ाई पर नजर रखते हैं और विद्यालय के विकास में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
शिक्षिका नीतू ठाकुर के नवाचारों और समुदाय के सहयोग से हरसूद विकासखण्ड की शासकीय प्राथमिक शाला झुमरखाली एक आदर्श विद्यालय की दिशा में आगे बढ़ा रहा है।