पावनसिटी समाचार पत्र खंडवा

कार्यशाला में स्कूली विद्यार्थियों ने सीखी मिट्टी की गणेश प्रतिमा बनाने की कला
त्योहारों के अवसर पर प्लास्टर ऑफ पेरिस की प्रतिमाओं के विसर्जन से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को रोकने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने इस बार खंडवा में प्लास्टर ऑफ पेरिस की प्रतिमाओं के निर्माण और विक्रय पर प्रतिबंध लगाया है। इसके साथ ही जिला प्रशासन द्वारा मिट्टी की गणेश प्रतिमाओं के निर्माण को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी क्रम में स्थानीय होली स्पिरिट स्कूल में मिट्टी की गणेश प्रतिमाओं के निर्माण की कला विद्यार्थियों को सिखाने के उद्देश्य से एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में खंडवा की विधायक श्रीमती कंचन तन्वे, महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव, कलेक्टर  ऋषव गुप्ता तथा जिला पंचायत के सीईओ डॉक्टर नागार्जुन बी. गौड़ा, संयुक्त कलेक्टर श्रीमति निकिता मंडलोई, जिला शिक्षा अधिकारी  पी.एस. सोलंकी सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारीगण भी मौजूद थे। अतिथियों ने भी कार्यशाला में मिट्टी की गणेश प्रतिमा निर्माण करना सीखा। कार्यक्रम का संचालन  संदीप जोशी ने किया।
विधायक श्रीमती तन्वे ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए उपस्थित विद्यार्थियों से कहा कि अपने घरों में माता-पिता को तथा घर के पड़ोस में रहने वाले अन्य परिवारों को भी समझाएं कि इस वर्ष से प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां घर में ना लाएं, क्योंकि प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति विसर्जन करने के वर्षों बाद भी पानी में घुलती नहीं है, और इसमें लगे रासायनिक रंग पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोग मिट्टी की मूर्तियां ही खरीदें और दूसरों को भी मिट्टी की मूर्ति खरीदने के लिए प्रेरित करें।
महापौर श्रीमती यादव ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि बच्चे जब घर में प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति लाने का विरोध करेंगे तो माता-पिता कभी भी प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति नहीं खरीदेंगे, इसलिए पर्यावरण संरक्षण के इस अभियान में बच्चों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने उपस्थित सभी विद्यार्थियों से कहा कि अपने माता-पिता से अनुरोध करें कि गणेश उत्सव, दुर्गा उत्सव और दीपावली जैसे पर्वों पर घर में मिट्टी की मूर्ति ही स्थापित करें और पर्व संपन्न होने पर घर के किसी गमले में ही उस मूर्ति को विसर्जित कर पौधा लगा दें। ऐसा करने से हमारे शहर के जल स्रोत प्रदूषण से बच जाएंगे। उन्होंने कहा कि खंडवा शहर में स्थित पदम कुंड अत्यंत प्राचीन है। प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों के विसर्जन से पदम कुंड का पानी प्रदूषित हो रहा है। इसे हम सबको मिलकर सख्ती से रोकना होगा। पदम कुंड व अन्य जल स्त्रोतों का संरक्षण हम सबको मिलकर करना है।
कलेक्टर  गुप्ता ने इस अवसर पर बताया कि जिला प्रशासन ने प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों के निर्माण और विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने कहा कि मिट्टी की गणेश मूर्तियां उचित मूल्य पर उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित महिला स्व सहायता समूहों के सहयोग से मिट्टी की मूर्तियां बड़ी संख्या में तैयार कराई जा रही हैं, ताकि नागरिकगण गणेशोत्सव के दौरान अपनी पसंद की मिट्टी की मूर्ति खरीद सकें। उन्होंने कहा कि हम सभी के सामूहिक प्रयासों से खंडवा जिला शीघ्र ही “प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों से मुक्त जिला” बनने का गौरव प्राप्त करेगा। कलेक्टर  गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि हम घर में ही मिट्टी की मूर्ति बनाएं और प्राकृतिक रंगों से उसे रंगे, तो भगवान गणेश और अधिक प्रसन्न होंगे।
जिला पंचायत के सीईओ डॉ. गौड़ा ने इस अवसर पर कहा कि ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से मिट्टी की मूर्तियां विक्रय करने के लिए शहर के विभिन्न स्थानों पर स्टाल लगाए जाएंगे, जहां से कोई भी व्यक्ति अपनी पसंद की मिट्टी की मूर्ति खरीद सकता है।