लखपति दीदी की अवधारणा को साकार करेंगी स्वसहायता समूह की महिलाएं
Harda News : भारत सरकार के अनुसूचित जनजाति कार्य विभाग के राज्य मंत्री दुर्गादास उईके ने कलेक्ट्रेट परिसर में ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा गठित महिला स्वसहायता समूहों की महिलाओं द्वारा संचालित ‘‘दीदी कैफे’’ का विधिवत शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होने समूह की महिलाओं को शुभकामनाएं और बधाई दी। उन्होने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘‘लखपति दीदी’’ की अवधारणा गरीब महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होने आशा प्रगट की कि हरदा जिले की कैफे संचालित करने वाली दीदियां भी इस अवधारणा को साकार कर लखपति बनेंगी। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। उल्लेखनीय है कि हरदा जिले के ग्राम रन्हाईकला के राधाकृष्ण स्वसहायता समूह द्वारा यह ‘‘दीदी कैफे’’ संचालित किया जाएगा। राधाकृष्ण स्वसहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती अनिता देवड़ा व सचिव श्रीमती सीमा देवड़ा ने भी इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री उइके का स्वागत किया।
केन्द्रीय मंत्री उइके ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिये अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं। सरकार की योजनाओं से महिलाओं का समाज में सम्मान बड़ा है और बहनों के चेहरों पर खुशी आई है। उन्होने कहा कि बहनों के चेहरों पर खुशी लाने की दिशा में स्वसहायता समूह का भी अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है। जिला भाजपा अध्यक्ष राजेश वर्मा ने भी इस अवसर पर संबोधित किया और समूह की महिलाओं को शुभकामनाएं और बधाई दी।
कलेक्टर आदित्य सिंह ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए बताया कि महिलाओं और बच्चों के सशक्तिकरण के लिये जिले के 50 ग्रामों का चयन कर हृदय अभियान के माध्यम से वहां के बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा तथा महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ड्रॉप आउट बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाया गया है तथा पोषण पुनर्वास केन्द्रों के माध्यम से कुपोषित बच्चों के पोषण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि हरदा में ‘‘एक जिला एक उत्पाद’’ योजना के तहत बांस का चयन किया गया है।
इसीलिये दीदी कैफे का निर्माण बांस से ही किया गया है। जिला संयोजक श्रीमती कविता आर्य ने बताया कि दीदी कैफे संचालन के लिये आदिवासी महिला स्वसहायता समूह को आदिवासी वित्त विकास निगम के माध्यम से 17.34 लाख रूपये की आर्थिक मदद उपलब्ध कराई गई है, जिससे ये महिलाएं कैफे का संचालन कर आय प्राप्त कर सकेंगी। उन्होने बताया कि कैफे संचालन से जुड़ी महिलाओं को 19 से 25 जून 2024 तक एक सप्ताह का प्रशिक्षण भोपाल के होटल मेनेजमेंट संस्थान में दिलाया गया है ताकि वे कैफे संचालन के लिये व्यवसायिक रूप से सक्षम बन सकें।