One Nation One Student "Apaar" IDHarda News

Harda News : वन नेशन वन स्टूडेंट आईडी के तहत नर्सरी से कक्षा 12 वी तक के सभी छात्रों की ‘‘अपार’’ आईडी बनायी जा रही है। जिला परियोजन समन्वयक बलवन्त पटेल ने बताया कि ‘‘अपार’’ आईडी में छात्र का संपूर्ण अकेडेमिक डेटा रहेगा एवं सभी शासकीय शैक्षणिक योजनाओं का लाभ अपार आईडी के माध्यम से प्राप्त होगा। उन्होने बताया कि जिले में अब तक 12199 विद्यार्थियों की आईडी जनरेट हो गई है। शेष विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाने का कार्य जारी है।

भारत सरकार के निर्देशानुसार, वन नेशन वन स्टूडेंट आईडी के तहत नर्सरी से कक्षा 12 वी तक के सभी छात्रों  के लिए एक यूनिक आईडी बनाई जाएगी जिसे ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री (APAR ID) कहा जा रहा है। यह आईडी ठीक आधार नंबर की तरह होगी जिसमे छात्रो के एजुकेशन से संबंधित समस्त जानकारी अपलोड की जाएगी। इस आईडी से छात्रों को एक अलग पहचान मिलेगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों की शैक्षणिक डाटा को डिजिटल रूप से सुरक्षित करना है, जिससे उनके शैक्षिक रिकॉर्ड, उपलब्धियां, और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी हमेशा-हमेशा के लिए सुरक्षित हो जाएगी और जरूरत पढऩे पर छात्रो को अपना रिकार्ड निकलवाने में आसानी होगी।

लोक शिक्षण संचालनालय के अपर संचालक रविन्द्र सिंह ने इस योजना को लागू करने के लिए सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) को जिला नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। अब मध्यप्रदेश में आधार नंबर की तरह ही स्कूली विद्यार्थियों की भी अपार आईडी बनाई जाएगी, जिससे उनकी शिक्षा से जुड़ी समस्त जानकारी डिजिटल प्रणाली के माध्यम से डिजिटल रूप से सुरक्षित रहेगी।

यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत शुरू की गई है, जिसे वन नेशन, वन स्टूडेंट के रूप में भी देखा जा रहा है। अपार आईडी के माध्यम से छात्रों की परीक्षा परिणाम, रिपोर्ट कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड, लर्निंग आउटकम, ओलंपियाड, स्किल ट्रेनिंग और खेल उपलब्धियों जैसी महत्वपूर्ण जानकारी डिजिटल रूप से संरक्षित की जाएगी। इन सभी आंकड़ों तक डिजीलॉकर के जरिए सरलता से पहुंचा जा सकेगा।
इस यूनिक आईडी की मदद से छात्र-छात्राओं के स्कूल बदलने पर भी उनकी जानकारी आसानी से ट्रांसफर हो सकेगी। इससे उनकी शैक्षिक यात्रा में कोई रुकावट नहीं आएगी और प्रशासनिक प्रक्रिया सरल होगी।

अपार आईडी की सहायता से स्कूल छोडऩे वाले छात्रों की पहचान की जा सकेगी। जिससे उन्हें वापस शिक्षा की मुख्यधारा में लाने में मदद मिलेगी. इससे ड्रॉपआउट दर को कम करने में भी सहायता मिलेगी। छात्रों की पढ़ाई में हो रही प्रगति को डिजिटल रूप से ट्रैक करना आसान हो जाएगा। यह न केवल छात्रों की उपलब्धियों को मापने में मदद करेगा, बल्कि उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन करने के लिए भी उपयोगी होगा। अपार आईडी की मदद से छात्रवृत्ति, पुरस्कार, और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना आसान हो जाएगा। इससे पात्र छात्रों की जानकारी को तेजी से सत्यापित और प्रमाणित किया जा सकेगा।