MLA Dr. Dogne raised this in the assemblyHarda News

Harda News : विधायक डॉ. रामकिशोर दोगने द्वारा सोमवार से शुरू हुए विधानसभा के शीतकालीन सत्र के प्रथम दिवस मध्य प्रदेश विधानसभा में किसानो की सोयाबीन फसल का समर्थन मूल्य 6000 रुपये कुंतल किए जाने एवं हरदा जिले में कृषि महाविद्यालय प्रारंभ किए जाने की मांग सरकार से की गई।

हरदा विधायक हरदा विधायक डॉ. रामकिशोर दोगने द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान सदन में सरकार से यह प्रश्न पूछा गया कि संपूर्ण मध्य प्रदेश में किसानों द्वारा सोयाबीन फसल का समर्थन मूल्य 6000 रुपये प्रति कुंतल किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन किया गया था। क्या मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सोयाबीन फसल का समर्थन मूल्य किसानों की मांग अनुसार 6000 रुपये प्रति कुंतल किए जाने की कोई योजना प्रचलन में है क्या? यदि हां तो सोयाबीन फसल का समर्थन मूल्य 6000 रुपये प्रति कुंतल कब तक किया जावेगा।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व कृषि मंत्री द्वारा की गई घोषणा अनुसार क्या हरदा जिले में कृषि महाविद्यालय खोलने की कार्य योजना प्रचलन में है, यदि हां तो कब तक हरदा जिले में कृषि महाविद्यालय शुरू कर दिया जावेगा साथ ही खेल एवं युवक कल्याण विभाग हरदा का सालाना बजट बढ़़ाये जाने की मांग की गई जिससे कि जिले के युवा प्रतिभावान खिलाडय़िों को अच्छी सुविधा मिल सकें।

विधायक डॉ. रामकिशोर दोगने द्वारा सोयाबीन फसल का समर्थन मूल्य 6000 रुपये प्रति कुंतल किए जाने के संबंध में पूछे गए प्रश्न पर प्रदेश के कृषि मंत्री द्वारा जवाब दिया गया कि भारत सरकार की प्राइस सपोर्ट स्कीम योजना के तहत किसानों से सोयाबीन की खरीद भारत सरकार द्वारा घोषित एमएसपी 4892 रुपए पर की जा रही है। सभी राज्यों द्वारा पीएम आशा योजना के तहत भारत सरकार द्वारा घोषित एमएसपी दरो पर सभी पात्र फसलों की खरीद की जाती है। एमएसपी से अधिक कीमतों पर सोयाबीन या किसी अन्य फसल की खरीद का कोई प्रावधान नहीं है।

हरदा जिले में कृषि महाविद्यालय शुरू किए जाने के प्रश्न पर कृषि मंत्री द्वारा कहा गया कि हरदा जिले में कृषि महाविद्यालय की स्थापना हेतु प्रस्ताव क्रमांक/ ई.टी.-1/ हरदा/ स्थापना /2020-21 शासन के समक्ष प्रस्तुत हुआ था। जिस पर विचारण स्थगित है, जिला हरदा के समीप कृषि महाविद्यालय जिला खंडवा एवं जिला नर्मदापुरम में कृषि महाविद्यालय पूर्व से ही संचालित है। अत: नवीन कृषि महाविद्यालय की स्थापना का कोई औचित्य नहीं है। इससे यह प्रतीत होता है कि पूर्व मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री द्वारा हरदा जिले में कृषि महाविद्यालय खोले जाने की घोषणा सिर्फ जुमला था।