Harda news : हरदा के छिपानेर रोड पर स्थित सरकारी जगह पर बने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सी एम एच ओ ने शासकीय जगह पर अंबिका प्रसाद तिवारी के बिल्डिंग में चल रहे शासकीय स्वास्थ्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को आखिर कर बड़ी जद्दोजहद के बाद खाली कराया गया। आरटीआई से जानकारी के अनुसार इस बिल्डिंग में नगर पालिका भवन निर्माण कार्य की अनुमति के कोई दस्तावेज एवं बिल्डिंग की रजिस्ट्री अंबिका के प्रसाद के नाम पर है और किराए की राशि उसके पुत्र पंकज शर्मा के खाते में जा रही थी।
जिला कलेक्टेट से सिर्फ लगभग आधा किलोमीटर की दूरी पर स्थित है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाकर संचालित किया जा रहा था। जानकारी के अनुसार अंबिका प्रसाद के स्वामित्व वाली इस बिल्डिंग को जिला अस्पताल में किस की सिफारिश से किराए पर लिया गया था। प्रश्न चिन्ह बनता है। यह सिलसिला वर्ष 2015 से चल रहा था। इस बिल्डिंग के किराए के एवरेज में हर माह लगभग 20000 रूपए का भुगतान किया जा रहा है। 9 वर्षों से अंबिका प्रसाद जिला चिकित्सालय सी एच एम ओ के कार्यालय से भुगतान किया जा रहा था। क्या भवन को खाली करा कर अधिकारी अंबिका प्रसाद से 9 वर्षों का भुगतान की वसूली करें।
यह सबसे बड़ा सवाल है जिन स्थानों पर बिल्डिंग बनी है वह सरकारी जमीन थी। यानी पिछले 9 सालों से सरकारी जमीन पर बिल्डिंग बनाकर उसे सरकारी अस्पताल में किराए पर दिया गया। जिला चिकित्सा द्वारा 20000 रूपए महीने का भुगतान किया गया है। अब सवाल उठता है कि जिला चिकित्सालय के सीएम एच ओ के द्वारा अंबिका प्रसाद तिवारी से रिकवरी के रूप में 9 वर्ष का जो भुगतान किया गया है। क्या वह वसूल किया जा पाएगा या नहीं सवाल उठता है।