As soon as the rains start, the risk of diseases like dengue and malaria increasesHarda news

Harda news : बारिश के शुरू होते ही शहर में डेंगू, मलेरिया के मरीज सामने आने लगते है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एच.पी. सिंह ने बताया गया कि बारिश के दिनो में डेंगू, मलेरिया एवं चिकुनगुनिया जैसी बीमारियॉ तेजी से फैलती है, इसका मुख्य कारण यह है कि डेंगू, मलेरिया एवं चिकुनगुनिया आदि बीमारी को फैलाने वाले मच्छर साफ एवं रूके हुये पानी में पनपते है। मलेरिया विभाग इसके अति संवेदनशील क्षेत्रो को चिन्हित कर अपनी लार्वा विनाशी दल द्वारा घरों का सर्वे करा कर लार्वा पाये जाने पर लार्वा को नष्ट कर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करता है साथ ही जनजागरूकता के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को बीमारियों प्रति लोगों को जागरूक करता है। मलेरिया विभाग द्वारा जनजागरूकता के लिये 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस, 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस, 1 से 30 जून मलेरिया निरोधक माह, 1 से 31 जूलाई डेंगू निरोधक माह व 20 अगस्त को मच्छर दिवस के रूप में मनाता है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सिंह ने बताया कि डेंगू वायरस से होने वाली बीमारी है जो एडिज एजिप्टि मच्छर के काटने से फैलती है।

डेंगू के लक्षण

1. डेंगू बीमारी के प्रारंभिक लक्षण जैसे तेज बुखार होना, तेज सिरदर्द होना, जोड़ों में दर्द होना, ऑखो के पीछे दर्द होना।

2. सामान्य डेंगू की श्रेणी में गंभीर अवस्था में शरीर पर लाल चकते बनना एवं अति गंभीर अवस्था में शरीर से रक्त स्त्राव होना जिसे कि डेंगू हिमोरेजिक कहते है।

सीएमएचओ डॉ. सिंह ने बताया कि मरीज को डेंगू के प्रारंभिक लक्षण होने पर नजदीकि स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर चिकित्सक से सलाह लेकर जांच करानी चाहिए। जॉच एवं उपचार की सुविधा सभी स्वास्थ्य संस्थाओ एवं जॉच की सुविधा जिला चिकित्सालय हरदा में नि:शुल्क उपलब्ध है। डेंगू एडिज नामक मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर साफ एवं रूके हुये पानी में सामान्यत: मनुष्य द्वारा बनाये गये कंटेनरो में पनपता है। इस हेतु बारिश के दिनो में छत पर रखी पानी की टंकी, टूटे फूटे बर्तन, पूराने टायर आदि को खूला न छोड़े अन्यथा यह मच्छर ऐसी जगह पर आसानी से पनप जाता है, साथ ही पानी को एक सप्ताह से ज्यादा इक_ा न होने दें एवं उपयोग किए जाने वाले पानी को ढक कर रखे।

सीएमएचओ डॉ. सिंह ने नागरिकों से अपील की है मलेरिया से बचने के लिये। बदन को ढककर रखे, घर के मुख्य दरवाजे पर मच्छररोधी जाली लगाये, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें, मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए पानी को जमा नही होने दें, कुलर के प्रति सप्ताह साफ करें, क्वाईल या रिपेलेंट का उपयोग करें, घर एवं घर के आस-पास साफ-सफाई रखें, मच्छरनाशी दवाईयों का छिडक़ाव करें, पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें, पानी के बर्तनों, मटकों, एवं टंकियो को अच्छी तरह ढंक कर रखें, शाम को मच्छर भगाने हेतु नीम की पत्ती का धुॅआ करें, घर के आस-पास के बड़े गढडो में जला हुआ आईल डालें।