बच्चों का स्कूल में प्रवेश दिलाएं, कोई भी बच्चा स्कूल जाने से न छूटे

कलेक्टर  जैन ने शिक्षा विभाग की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए
स्कूल जाने योग्य सभी बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिलाएं और प्रयास किया जाए कि कोई भी बच्चा स्कूल जाने से छूटे नहीं। यह निर्देश कलेक्टर श्री सिद्धार्थ जैन ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित शिक्षा विभाग की बैठक में अधिकारियों को दिये। उन्होने बैठक में निर्देशित किया कि विभागीय अमले के माध्यम से 6 से 18 वर्ष की आयु के सभी बच्चों का सर्वे कर शाला में प्रवेश के लिये प्रेरित कर उनका प्रवेश कराएं। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती सविता झानिया, जिला शिक्षा अधिकारी श्री डी.एस. रघुवंशी, जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र श्री बलवंत पटेल सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर  ने निर्देश दिये कि ऐसे शिक्षक जो अध्यापन कार्य में लापरवाही बरत रहें, उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाए। उन्होने निर्देशित किया कि एजुकेशन पोर्टल पर जिन विद्यालयों द्वारा मेपिंग नहीं की जा रही है, उनके विरूद्ध कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया जाए। सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि विद्यार्थियों को साइकिल वितरण कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाए। उन्होने निर्देशित किया कि सभी को ई-अटेण्डेंस लगाना अनिवार्य है। इसके लिये प्रथम चरण में संकुल प्राचार्यों, द्वितीय चरण में शाला प्राचार्य व तृतीय चरण में शिक्षकों का ई-अटेण्डेंस के माध्यम से वेतन आहरण किया जाएगा। उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी को जिले में जिर्ण शिर्ण शाला भवनों की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री जैन ने बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि ‘‘दीक्षा पोर्टल’’ के अनुरूप अध्यापन कार्य कराएं ताकि शिक्षण कार्य में एकरूपता आ सके। कलेक्टर  ने सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया कि कोई भी शिकायत नॉट अटेण्डेन्ट नहीं होना चाहिए। उन्होने एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत विद्यालयों में पौधरोपण कर माय लाइफ एप पर फोटो अपलोड कराने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। उन्होने अधिकारियों को विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता का परीक्षण के निर्देश दिये।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत ग्राम साल्याखेड़ी में जागरूकता शिविर सम्पन्न
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत शुक्रवार को जिले के ग्राम साल्याखेड़ी के आंगनवाड़ी केन्द्र में जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। शिविर में परियोजना अधिकारी श्रीमती सीमा जैन ने उपस्थित प्रतिभागियों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई। शिविर में बाल विवाह रोकथाम संबंधी नियमों व कानूनों तथा पाक्सों एक्ट के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को वन स्टॉप सेंटर में दी जाने वाली निःशुल्क सेवाओं, महिला हेल्पलाइन नम्बर 1090, चाईल्ड हेल्पलाइन नम्बर 1098, साइबर हेल्पलाइन नम्बर व सीएम हेल्पलाइन 181 के बारे में जानकारी दी गई। शिविर में उपस्थित महिलाओं को एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत पौधरोपण करने के लिये प्रेरित भी किया गया। शिविर में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व महिलाएं उपस्थित थी।

शुद्ध जल का करें उपयोग, जलजनित रोगों से स्वयं को रखें सुरक्षित
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
हरदा वर्षा ऋतु में होने वाली जलजनित बीमारियों के दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और दूषित जल से होने वाले रोगों से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियाँ अपनाएँ। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुद्ध जल का उपयोग करने एवं जलजनित रोगों से सुरक्षा के लिए सलाह दी गई है। दूषित पानी के सेवन से उल्टी-दस्त, पेचिश, हैजा, पीलिया और टाइफाइड जैसी गंभीर बीमारियाँ होने की संभावना बढ़ जाती है। एडवाइजरी में कहा गया है कि रोगों से बचने के लिए सावधानियाँ और सुरक्षा उपाय अपनाकर स्वयं एवं परिवार को सुरक्षित करें।
स्वास्थ्य विभाग एडवाइजरी में कहा है कि खानपान के लिए सदैव स्वच्छ एवं सुरक्षित उबला अथवा फिल्टर जल का ही प्रयोग करें। यदि पानी की शुद्धता संदिग्ध हो, तो उसे पहले उबालें, साफ कपड़े से छानें अथवा क्लोरीन की गोली डालें और कम से कम एक घंटे के बाद उसका सेवन करें। खाना बनाने, परोसने और खाने से पहले तथा शौच के बाद हाथों को साबुन और स्वच्छ पानी से अच्छी तरह धोना अत्यंत आवश्यक है। यह सरल आदत कई रोगों से बचाव में सहायक होती है।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि सदैव ताजा पका हुआ भोजन एवं स्वच्छ खाद्य वस्तुओं का ही सेवन करें। अधिक समय पहले बना हुआ यात्री बासी भोजन न खाएं। भोजन एवं खाद्य सामग्री को पूरी तरह ढंककर रखें जिससे उन्हें मक्खियों, धूल अथवा अन्य गंदगी से दूषित होने से बचाया जा सके। बाजार में खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों, कटे हुए फलों और ठंडे पेयों का सेवन न करें ये अक्सर संक्रमण के वाहक होते हैं। फल एवं सब्जियाँ स्वच्छ पानी से धोने के बाद ही उपयोग में लाएं और उन्हें काटने के लिये स्वच्छ, ढंका हुआ चाकू प्रयोग करें। शौचालय को सदैव स्वच्छ रखें और घर एवं आस-पास के वातावरण की सफाई पर विशेष ध्यान दें।