पावनसिटी हरदा संपादक अशफाक अली

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एच.पी. सिंह ने मंगलवार को हरदा शहर के विकासनगर स्थित संजीवनी क्लिनिक पहुँचकर बच्चों को विटामिन ‘ए’ की दवा पिलाकर दस्तक अभियान का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर जिले की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं व आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें विटामिन ‘ए’ की दवा पिलाई गई। डॉ. सिंह ने बताया कि प्रदेश में बाल मृत्यु के प्रकरणों में कमी लाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा दस्तक अभियान प्रारम्भ किया गया। यह अभियान 16 सितम्बर तक जारी रहेगा। यह अभियान वर्ष में 2 बार अधिकतम 6 माह तथा न्यूनतम 4 माह के अंतराल में आयोजित किया जाता है। अभियान के प्रथम चरण में 5 वर्ष तक के बच्चों की चिकित्सीय जांच कर बीमारियों की पहचान एवं त्वरित उपचार व प्रबंधन पर बल दिया जाता है।

डॉ. सिंह ने बताया कि अभियान के तहत 5 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों की स्क्रीनिग कर समुचित उपचार किया जावेगा। उन्होने बताया कि दस्तक अभियान के तहत जिले के 5 वर्ष तक की आयु के 69922 बच्चों के स्वास्थ परीक्षण का लक्ष्य रखा गया है। अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग के संयुक्त दल एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व आशा कार्यकर्ता द्वारा घर-घर दस्तक देकर प्रत्येक बच्चे की जांच की जाएगी। इस दौरान निमोनियाग्रस्त बच्चों की जॉच व इलाज, कुपोषित की जॉच व उसे पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती करने, दस्त रोग डायरिया से पीड़ित बच्चों के पालकों को ओआरएस घोल बनाने के संबंध में जानकारी दी जावेगी।

रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से टीबी रोगियों को मिली फूड बास्केट का किया वितरण
कलेक्टर सिद्वार्थ जैन ने क्षय रोगियों के लिए पोषण की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से फूड बास्केट उपलब्ध कराए। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जिला चिकित्सालय हरदा में आयोजित कार्यक्रम में सीएमएचओ डॉ. एच.पी. सिंह ने रोगियों को फूड बास्केट का वितरण किया। इस अवसर पर डॉ सिंह ने बताया कि टीबी एक गंभीर संक्रमण है जो शरीर को बहुत कमजोर कर देता है। टीबी के जीवाणु शरीर की ऊर्जा और पोषक तत्वों का उपयोग करते हैं, जिससे मरीज की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है। अच्छा पोषण प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है, जिससे शरीर बीमारी से लड़ने और ठीक होने में बेहतर तरीके से सक्षम हो पाता है। कार्यक्रम में आसपास के ग्रामों एवं हरदा नगर से आए मरीजों व उनके परिजनों ने टीबी यूनिट के प्रयासों की सराहना की व रेडक्रॉस सोसायटी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में जिला मूल्यांकन अधिकारी मनीष शकरगाए, डीईआईएम आशीष साकल्ले, टीबी यूनिट से नीता चौबे, ब्रजेश थापक, राघव गुहा, ममता गुहा, बलराम विश्वकर्मा उपस्थित थे।
जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. मृत्युंजय सिंह गहलोत ने बताया कि कलेक्टर सिद्वार्थ जैन के मार्गदर्शन में टीबी मुक्त भारत अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। कलेक्टर श्री जैन के निर्देश पर विशेष अभियान चलाते हुए जिले के 1 लाख से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है तथा लक्षण चिन्हों के आधार पर दस हजार लोगों के बलगम की जॉच अत्याधुनिक मशीन के द्वारा की गई। डॉ. गहलोत ने बताया कि गांव गांव में विशेष शिविर लगाकर ढाई हजार लोगों की छाती का एक्स-रे विशेष ए.आई. मशीन के द्वारा किया गया है। उन्होने बताया कि विशेष जॉच शिविर जिले के दूरस्थ ग्रामों से लेकर सभी नगरीय क्षेत्र में निरंतर आयोजित किए जा रहे हैं।