A teacher is an ocean of knowledge for his students....Teachers Day

एक बच्चें की सबसे बड़ी गुरू उसकी माँ होती है। जब वो बच्चा अपनी माँ की आंचल की छाव से दुनिया के संस्कारों और रिश्तों नातों को सिखता हुआ आगे बड़ता है। तब उस नन्हें मुन्ने हाथों को जो शख्स सबसे पहले थामता हैं। वो एक शिक्षक होता है। जिसके आर्दश और संस्कारों की साये में बच्चा अपनी जिन्दगी की हर अच्छी बुरी बातों में फर्क करना सिखता है।

एक अच्छा शिक्षक वो होता हैं। जो अपने शिष्य का भविष्य निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वो अपने शिष्य को जिन्दगी में हर चुनौतियों से हंसते हुए लडऩे की सीख देता है। वो अपने शिष्य को सिखाता है। जिन्दगी में कभी भी किसी मुश्किल से घबरा कर हार नहीं मानना चाहिए। बल्कि हर मुश्किल का डटकर सामना करना चाहिए।

क्योंकि काटों पर चलकर ही सफलता की नई ऊंचाईयों तक पहुंचा जा सकता है। अगर शिक्षक एक महेन्ती इंसान है तो वो अपने शिष्यों को भी आगे बडऩे की प्रेरणा देता है। जिस इंसान को अपनी जिन्दगी भर में अगर एक भी आर्दश शिक्षक मिल गया तो समझ लों उसकी जिन्दगी बन गई। फिर वो इंसान अपनी जिन्दगी में कभी पीछे मुडक़र नहीं देखेगा। क्योंकि यही वो सीख है जो एक आदर्श शिक्षक के अस्तित्व को पुरा करती है। और शिक्षक अपने शिष्य के भाविष्य को नई ऊंचाईयों तक लें जाता है।

इंसान अपनी जिन्दगी में हर पल नई बातों को सिखाता है। वो हर लम्हें में कुछ न कुछ सिखाता है। और शिक्षक उसकी जिन्दगी में वो अहम भूमिका निभाते है। और उन्हें जिन्दगी में नैतिक मुल्यों की सीख देते हैं।

शिक्षक वहां ज्ञान का सागर होते है। जो जिन्दगी में सभी अहम पहलुओं पर हमें सीख देते हैं। शिक्षक हमें ज्ञान देते और हमें जिन्दगी जीना सिखाते है। एक अच्छा शिक्षक इंसान के लिए किसी अनमोल खजाने से कम नहीं होता। एक शिक्षक ही अपने शिष्य को सिखता है। कि जीवन में आपके लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा। शिक्षक एक शिष्य के लिए सबसे अच्छा शुभचिंतक होता है, जो उसके भले के बारे में सोचता है। वह सिखाता है कि जिन्दगी में सही मार्ग क्या है और गलत राह पर जाने के क्या परिणाम हो सकते हैं।

जिन्दगी में सही गलत में फर्क करना शिक्षक सिखाते हैं, जो जीवन भर व्यक्ति के काम आता है और कुछ भी करने से पहले वह उसके परिणाम के बारे में सोचता हैं। एक बच्चें के लिए माता-पिता के बाद बच्चें का भाविष्य बनाने में कभी कोई अहम भूमिका निभाता है। तो वो शिक्षक होता है। जो उसको जिन्दगी जीने की सही कला सिखता है। एक आदर्श शिक्षक समाज सुधार ने में भी अहम भूमिका निभाता है।

क्योंकि वो अपने शिष्यों को हमेशा समाज में एक आदर्श इंसान बनके जीने की सीख देते है। अपने काम के प्रति हमेशा ईमानदार रहना, अपने देश के लिए एक आदर्श नागरिक बनना, समाज रिश्तों कैसे निभाना, बड़ों का आदर करना, अपनी संस्कृतिक विरासत को सहज कर रखना। ये सारी शिक्षा एक आदर्श शिक्षक अपने शिष्य को सिखाते है। फिर जब ऐसे आदर्शवादी शिक्षक के साये में पढक़र कोई व्यक्ति निकलता हैं। तो वो व्यक्ति अपने देश के लिए एक आदर्श नागरिक बनता है। और अपने माता-पिता के लिए एक आदर्श बेटा बनता है।

अगर वो अपने देश में किसी आला पोस्ट हासिल कर लेता है। तो भी उसके संस्कार उसके कर्मों में नजर आते है। फिर वो दुनिया में गरीब हो या अमीर हर किसी के अधिकारों के बारे में बराबर की सोच रखता है। ये उसकी जिन्दगी में उसके गुरू की दी हुई सीख का असर होता है। वो किसी के भी साथ अन्याय नहीं कर पाता है। हमेशा सबका भला ही सोचता है।

हमारे देश में ऐसे कई आदर्श शिक्षक हुए है जिन्होंने हमेशा अपने अच्छे कर्मो से आने वाली पीढ़ी को देश के लिए आदर्श नागरिक बनने की प्रेरणा दी है। एक शिक्षक इंसान को जिन्दगी जीने का सार बताते है। और उस ज्ञान को अपनी जिन्दगी कैसे उपयोग करना है। ये भी एक शिक्षक ही सिखाते है।

सैयद शबाना अली
हरदा मध्यप्रदेश