पावनसिटी समाचार पत्र खंडवा
खण्डवा- नेशनल वन हेल्थ मिशन के अंतर्गत खण्डवा ज़िले में गत दिनों ‘‘विषाणु संक्रमण प्रतिरोध अभ्यास‘‘ मॉक ड्रिल का आयोजन खण्डवा जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छैगांवमाखन में किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ओपी जुगतावत ने बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य महामारी से निपटने संबंधी तैयारियों का आकलन करना था। राष्ट्रीय संयुक्त प्रकोप प्रतिक्रिया दल के नेतृत्व में इस अभ्यास में मनुष्यों और पशुओं दोनों को प्रभावित करने वाले क्रीमियन कांगो हेमरेजिक फीवर के प्रकोप का अनुकरण किया गया, जिसमें वास्तविक समय की जाँच, रोगजनक की पहचान और रोकथाम रणनीतियों का परीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि इस मॉक ड्रिल में भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र एनसीडीसी, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद आईसीएमआर के साथ-साथ राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान एनआईवी पुणे, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय, पशुपालन और डेयरी विभाग, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के साथ-साथ भोपाल स्थित उच्च सुरक्षा पशुपालन प्रयोगशाला, मध्य प्रदेश राज्य और जिला प्रशासन, राज्य आईडीएसपी, राज्य पशु चिकित्सा और वन विभाग, एम्स भोपाल स्थित बीएसएल-3 प्रयोगशाला, मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी और अन्य संबंधित विभागों के जिला अधिकारी शामिल हुए।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री  जे.पी. नड्डा ने मॉकड्रिल के सफल आयोजन की सराहना करते हुए बधाई दी है । उन्होंने कहा है कि ‘‘विषाणु संक्रमण प्रतिरोध अभ्यास‘‘ ने हमें दिखाया है कि हम महामारियों का प्रभावी ढंग से किस तरह सामना कर सकते हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने कहा कि राजस्थान के अजमेर में 2024 में हुए एवियन इन्फ्लूएंजा सिमुलेशन के बाद, एनओएचएम के तहत यह दूसरा मॉकड्रिल सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है।