पावनसिटी हरदा
म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर एवं प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हरदा अरविंद रघुवंशी के निर्देशन एवं न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हरदा चंद्रशेखर राठौर के मार्गदर्शन में शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.विद्यालय., महात्मा गाँधी शास.उ.मा.विद्यालय., तथा जिला जेल हरदा में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.विद्यालय तथा महात्मा गाँधी शास.उ.मा.विद्यालय, हरदा में आयोजित शिविर में उपस्थित न्यायाधीश/सचिव चन्द्रशेखर राठौर द्वारा छात्र-छात्राओं को विभिन्न विधिक सहायता योजनाओं के बारे में बताया गया तथा बच्चों को भविष्य में आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया गया। उनके द्वारा विद्यालय में उपस्थित छात्रों तथा छात्राओं को बताया गया कि नालसा ’’डॉन स्कीम 2025’’ राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) द्वारा नशा उन्मूलन हेतु शुरू की गई एक पहल है। इसका उद्देश्य, विशेष रूप से युवा व किशोरों में नशीले पदार्थों के उपयोग के विरूध्द जागरूकता बढ़ाना और नशे के शिकार लोगों को कानूनी सहायता और कल्याणकारी सेवाएं प्रदान करना है। उन्होने नालसा (नशा पीड़ितोे को विधिक सेवाएंे एवं नशा उन्मूलन के लिए विधिक सेवाऐं) योजना, 2015 के उपबंधों की जानकारी देते हुए बताया गया कि उक्त योजना के अंतर्गत ड्रग्स तस्करी एवं ड्रग्स पीड़ितों को जिला प्राधिकरण के द्वारा आवश्यक विधिक सेवा उपलब्ध करायी जाती है। योजना के तहत ड्रग्स पीड़ितों को पहचानने, उनका उपचार करने तथा नशा मुक्ति के पश्चात उनके पुनर्वास में उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं को गतिमान कराया जाता है।
शिविर में उपस्थित जिला विधिक सहायता अधिकारी सौरभ कुमार दुबे द्वारा बच्चों को भारतीय संविधान में वर्णित मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में बताया गया जो नागरिकों के अधिकारों और जिम्मेदारियों को परिभाषित करते हैं। मौलिक अधिकार, जैसे समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार आदि व्यक्ति के विकास के लिए आवश्यक हैं। वहीं, मौलिक कर्तव्य जैसे संविधान का पालन करना, राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान का सम्मान करना, देश की रक्षा करना, नागरिकों के सामाजिक और राष्ट्रीय दायित्व हैं। साथ ही उनके द्वारा पॉक्सो एक्ट, मध्यप्रदेश अपराध पीड़ित प्रतिकर योजना, 2015, नालसा लैंगिक हमलों व अन्य अपराधों की पीड़िताओं सर्वाईवर्स महिलाओं के लिए प्रतिकर योजना, 2018 की जानकारी भी दी गई। उन्हें इस बारे मंे भी जागरूक किया गया कि वे किस प्रकार विधिक सहायता प्राप्त कर सकते है।
उनकेे द्वारा बच्चों को इस बारे मंे भी जागरूक किया गया कि वे किस प्रकार राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने बच्चों को चाईल्ड हेल्पलाईन नंबर 1098 तथा विधिक सहायता हेल्पलाईन टोलफ्री नंबर 15100 की भी जानकारी दी।
इसी क्रम में विगत माह में न्यायोत्सव विधिक सेवा सप्ताह अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं गतिविधियों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को शील्ड तथा प्रमाण पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया गया तथा उन्हें भविष्य में आगे बढने हेतु प्रेरित किया गया।
शिविरों में विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षकगण, छात्र/छात्राएं तथा पैरालीगल वॉलेंटियर्स सुरेन्द्र कौर, ज्योति राजपूत तथा एल.के. पारे आदि उपस्थित रहे।

