पावनसिटी खंडवा -मध्यप्रदेश के जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री कुंवर विजय शाह ने रविवार को खालवा विकासखंड के ग्राम जामनी गुर्जर स्थित कन्या शिक्षा परिसर में छात्राओं के साथ बैठकर भोजन किया और उनकी समस्याएं सुनी।

इससे पूर्व उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि वे केवल पढ़ाई की चिंता करें उनकी सभी समस्याओं का निराकरण प्रदेश सरकार करेगी। इस दौरान सहायक आयुक्त  संतोष शुक्ला, क्षेत्र संयोजक  नीरज पाराशर सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।
इस दौरान मंत्री  शाह ने कहा कि जिले के तीनों कन्या शिक्षा परिसरों में ब्लैक बोर्ड या ग्रीन बोर्ड के स्थान पर “डिजिटल बोर्ड” स्थापित कराए जाएंगे, और कन्या शिक्षा परिसरों में स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी ।

उन्होंने कहा कि छात्राओं को रोजगार मूलक प्रशिक्षण दिलाया जाएगा ताकि वह पढ़ाई के बाद स्वयं का व्यवसाय स्थापित कर सकें और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें। मंत्री शाह ने कहा कि ग्राम आवलिया में संस्कृति व संस्कार संबंधी प्रशिक्षण का पाठ्यक्रम भी शुरू किया जाएगा । उन्होंने कहा कि कन्या शिक्षा परिसर के लिए बड़े वाहनों की व्यवस्था की जाएगी, ताकि छात्राओं को आसपास के दर्शनीय स्थल तथा आसपास के उच्च शिक्षण संस्थानो का भ्रमण भी कराया जा सके।
मंत्री शाह ने बताया कि आदिवासी वर्ग की छात्राओं की सुविधाओं के लिए “शालिनी एप” प्रदेश सरकार ने तैयार कराया है, जिसमें कि छात्रावासों में प्रवेश या छात्रवृत्ति भुगतान जैसी सभी समस्याओं के निराकरण की सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। उन्होंने कहा कि जिन विद्यार्थियों को छात्रावास में एडमिशन नहीं मिल पाता है, उन्हें गांव से शहर जाकर पढ़ने के लिए कमरा किराए पर लेने के लिए सरकार आर्थिक मदद दे रही है। उन्होंने सहायक आयुक्त को निर्देश दिए कि कन्या शिक्षा परिसर की छात्राओं को पॉलिटेक्निक कॉलेज और आईटीआई का भी भ्रमण कराया जाए, ताकि वे तकनीकी शिक्षा और रोजगार मूलक पाठ्यक्रम के बारे में जान सकें । उन्होंने कहा कि ग्राम सेल्दा में “खेल प्रशिक्षण परिसर” स्थापित किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को उच्च स्तर की खेल सुविधाएं उपलब्ध होगी। यहां आदिवासी छात्राओं की खेल प्रतिभा को तराशा जाएगा। इस खेल परिसर में आदिवासी बहुल गांव की छात्राएं अपनी खेल प्रतिभा को और निखार सकेंगी।
मंत्री शाह ने इस अवसर पर छात्राओं से कहा कि अनुसूचित जनजाति वर्ग के मध्य प्रदेश के ऐसे आईएएस अधिकारी जो कि सरकारी छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर चुके हैं, उन्हें सरकारी छात्रावासों के भ्रमण पर भेजा जाएगा ताकि वे छात्रवासी वर्ग के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित कर सकें। मंत्री  शाह ने अधीक्षक को निर्देश दिए कि छात्राओं की उनके माता-पिता से मोबाइल फोन के माध्यम से हर सप्ताह बात कराते रहें, ताकि यदि कुछ समस्या या परेशानी हो तो वे अपने माता-पिता को बता सकती हैं।