Harda News : बच्चों और किशारों के लिये ‘‘राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय’’ और ‘‘राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी’’ की पहल केन्द्रीय स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने की है। ई-पुस्तकालय का उद्देश्य विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली गैर शैक्षणिक पुस्तकों तक मुफ्त पहुँच प्रदान करना है। राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी का यह एप्लीकेशन, एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफार्म पर उपलब्ध हैं।
राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय एप्लिकेशन प्रत्येक आयु समूह 3-8, 8-11, 11-14 और 14-18 में उपलब्ध हैं। इस प्लेटफार्म पर कहानियाँ, जीवनियाँ, क्लासिक वैज्ञानिक कहानियाँ और उपन्यास आदि के साथ वर्गीकृत हजारों पुस्तकें उपलब्ध हैं। इसमें डिजिटल रीडर्स क्लब, इन्टर एक्टिव सेशन और मॉनीटरिंग रीडर्स का प्रावधान है। इस एप पर एक हजार से अधिक गैर-शैक्षणिक ई-पुस्तकें नए शीर्षकों के साथ नियमित रूप से जोड़ी जा रही हैं। राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय 22 भाषाओं और अंग्रेजी में पढऩे की सामग्री की एक विविध श्रृंखला प्रदान करता है।
प्रत्येक स्कूल के लाइब्रेरियन को राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय एप का उपयोग करने के लिये छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिये कहा गया है। पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रीय पुस्तकालय के साथ बैग लेस डे मनाया जाये।
डिजिटल पुस्तकालय एक ऐसा पुस्तकालय है जिसमें पुस्तकों का संग्रह डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में होता है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों एवं कंप्यूटर के माध्यम से इसका उपयोग किया जा सकता है।
डिजिटल लाइब्रेरी को ऑनलाइन लाइब्रेरी, इंटरनेट लाइब्रेरी, डिजिटल रिपॉजिटरी, या डिजिटल संग्रह के रूप में भी जाना जाता है। यह डिजिटल वस्तुओं का एक ऑनलाइन डेटाबेस है, जिसमें टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो, वीडियो, डिजिटल दस्तावेज के रूप में पुस्तकें शामिल हो सकती हैं। इस प्रकार की लाइब्रेरी को इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है। प्रमुख अंतर यह है कि डिजिटल पुस्तकालय में संसाधन केवल मशीन-पठनीय रूप में उपलब्ध होते हैं।