Harda News : कलेक्टर आदित्य सिंह ने मंगलवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में पीएम पोषण मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम की समीक्षा की। बैठक में उन्होने उपस्थित सभी बीआरसी व जनशिक्षकों को निर्देश दिये कि अपने-अपने क्षेत्र के स्कूलों का नियमित रूप से निरीक्षण करें तथा शिक्षा की गुणवत्ता सुधारें। उन्होने कहा कि दिये गये लक्ष्य अनुसार निरीक्षण न करने वाले जनशिक्षकों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर सिंह ने कहा कि निरीक्षण के दौरान मध्यान्ह भोजन वितरण, स्कूल में पेयजल व शौचालय की उपलब्धता के साथ-साथ पुस्तक वितरण, गणवेश वितरण, नि:शुल्क सायकिल वितरण व छात्रवृत्ति के संबंध में भी जानकारी लें।
निरीक्षण में जो भी अनियमितता या समस्या पाई जाए, उसे वरिष्ठ अधिकारियों के ध्यान में लाएं ताकि उसका निराकरण किया जा सके। बैठक में जिला पंचायत की सीईओ श्रीमती सविता झानिया व जिला परियोजना समन्वयक बलवन्त पटेल सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
कलेक्टर सिंह ने बैठक में निर्देश दिये कि जिन स्कूलों में किचन शेड का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है, वहां कार्य शुरू कराएं। उन्होने कहा कि मध्यान्ह भोजन शासन के निर्देश अनुसार एलपीजी गैस के माध्यम से ही तैयार किया जाए।
अनुपस्थित जनशिक्षकों के विरूद्ध कारण बताओ नोटिस जारी कर उनका वेतन काटने की कार्यवाही करने के निर्देश भी कलेक्टर सिंह ने दिये। बैठक में बताया गया कि जिले के 811 स्कूलों में एलपीजी कनेक्शन दिये जा चुके है, जिनमें 531 प्राथमिक स्कूल तथा 280 माध्यमिक स्कूल शामिल हैं। समीक्षा के दौरान टिमरनी विकासखण्ड के जनशिक्षक गणेश राठौर और महेन्द्र वास्कले द्वारा दिये गये लक्ष्य से बहुत कम निरीक्षण करने पर उन्हे कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश कलेक्टर सिंह ने दिये। उन्होने इसके लिये टिमरनी के बीआरसी के विरूद्ध कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।