Harda News : हरदा जिले में दान की एक बड़ी मिसाल पेस की गई है। हरदा जिला में नवीन जिला न्यायालय भवन बनाने के लिए जिला प्रशासन मौके पर जमीन की तलाश कर रही थी। जब ये बात एक मुस्लिम कृषक दंपत्ति को पता चली तो उन्होंने खुद हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह से मिलकर अपनी प्राईम लोकशन पर मौजूद अपनी 25 एकड़ जमीन में से 5 एकड़ जमीन जिला न्यायालय बनाने के लिए बिना मुआवजे लिए खुशी-खुशी दान कर दी। जिस जमीन को खान दंपत्ति ने सरकार को दान में दी है। वह हरदा जिले की सबसे प्राईम लोकशन में स्थित है। जहां जिला न्यायालय बनाया जाना है। यह जमीन इंदौर-बाम्बे एवं भोपाल-हरदा रोड के क्रॉसिंग के कॉर्नर की है। जिसकी वर्तमान में सरकारी कीमत तकरीबन 5 करोड़ वहीं इसका बाजारमूल्य करीब 10 करोड़ है। जहां जिला न्यायालय बनाया जाना है ये जमीन प्राईम लोकशन पर है। यहां पर 2 करोड़ रूपए जमीनों का भाव चल रहा है। इसके बावजूद कोई भी जमीन नहीं बेच रहा है।
हरदा में पैरासिटी कॉलोनी निवासी एक मुस्लिम महिला दंपत्ति किसी दानवीर से कम नहीं है। इन्होंने अपनी 10 करोड़ कीमत रखने वाली खेती की जमीन को जिला न्यायालय का भवन बनाने के लिए सरकार को यूंही दान कर दी है। जमीन दान करने के बाद दंपत्ति ने खुशी का इजहार किया। कृषक शगुफ्ता खान पति अशरफ खान पैरासिटी कॉलोनी हरदा के रहवासी है। उनका असल निवास हरदा के वार्ड क्र. 29 फाइल वार्ड का है। जिन्होंने बिना किसी शर्त के प्राइम लोकेशन वाली अपनी 5 एकड़ खेती की जमीन पर जिला न्यायालय हरदा का नवीन परिसर एवं भवन बनाने के लिए दान कर दी है। इसके लिए इन्होंने शासन-प्रशासन से एक रूपए मुआवजा भी नहीं लिया है और खुशी-खुशी राज भवन यानी जिला प्रशासन के नाम रजिस्टर दान पत्र के माध्यम से दान की है। जिसे बकायदा जिले के एसडीएम के नाम से दान किया है जिसकी 2 करोड़ 54 लाख रूपए राशि स्टॉम्प ड्यूटि के रूप में सरकारी खाते में जमा भी हुई है।
हरदा जिला कलेक्टर आदित्य सिंह ने भी दंपत्ति की इस नेक सोच पर खुशी का इजहार किया। उन्होंने बताया कि हम जिला न्यायालय का नवीन भवन बनाने के लिए किसानों से उक्त स्थान की जमीन अधीग्रहण करने की चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान शगुफ्ता खान पति अशरफ खान मिलने आए और उन्होंने कहा कि हमने सुना है कि हमारी जमीन अधीग्रहण होने वाली है। जिस पर न्यायालय का भवन बनेगा। हम किसानों को मुआवजा भी दिया जाएगा। मेरे हां कहने के बाद उन्होंने कहा कि आपको जितनी भी जमीन चाहिए ले सकते है। जिला न्यायालय बनाने जैसे अच्छे कार्य के लिए हम भी अपनी तरफ से जमीन को बिना मुआवजे के दान करना चाहते है। जिसे आप स्वीकार करें। यह बात सुनकर मैं पहले अचंभित हुआ और दोबारा मैंने पूछा कि आप क्या चाहते हो। खान दंपत्ति ने फिर कहा कि हम बिना मुआवजे के सरकार को जमीन दान करना चाहते है। यह हमारे लिए सौभग्य की बात होगी। अब उक्त जमीन को हमने शासन के नाम नियमानुसार कर लिया गया है। जल्द ही इस पर न्यायालय का भवन बनाने की कार्यवाही की जाएगी। सरकार को जमीन दान देने वाली दंपत्ति का बहुत बहुत धन्यवाद।
जब खान दंपत्ति को पता चला है जिला प्रशासन उनके खेत की जमीन के पास हाईवे इंदौर-बाम्बे एवं भोपाल क्रॉसिंग रोड पर जिला न्यायालय का नवीन भवन बनाने के लिए जमीन अधीग्रहण हेतु तलाश रहा है और इसके एवज में किसानों को भारी-भरकम मुआवजा भी देने वाला है। इस बात की खबर जब अशरफ खान को पता चली तो उन्होंने अपने परिवार में इस बात की चर्चा हुई। तभी परिजनों ने निर्णय लिया कि क्यों ना वह अपनी 25 एकड़ जमीन में से 5 एकड़ जमीन जिला न्यायालय बनाने के लिए बिना मुआवजे दे दे। उनका यह दान न्यायालय के मंदिर बनाने में एक छोटी सी मदद की तरह होगा। परिजन ने मिलकर तय किया कि उनका यह दान सब दान में अव्वल होगा और उन्होंने तत्काल फैसला कर किया। इसके बाद जिला कलेक्टर आदित्य सिंह से मिले और उनसे चर्चा की। कलेक्टर ने फौरन सरकार को जमीन दान देने का ऑफर स्वीकार कर लिया और इसके लिए एसडीएम कुमार शानू को उन्होंने जमीन को अधीग्रहण करने की जिम्मेवारी सौंप दी। 24 अक्टूबर 2024 को उक्त जमीन नियमानुसार खान दंपत्ति ने सरकार के नाम रजिस्ट्री कर दान कर दी है। इसके बाद उक्त दंपत्ति बहुत खुशी महसूस कर रही है।
शगुफ्ता खान के पति अशरफ खान ने बताया कि वह पीढ़ी-दर-पीढ़ी हरदा के निवासी है। उनका पुश्तैनी कारोबार खेती-किसानी का ही है। उनके दादा-परदादा से किसानी का धंधा चलता आ रहा है। वह सक्षम और सफल किसान है। उनकी खेती की हरदा में बहुत सारी जमीन है जिसपर कृषि की जाती है। दोनों पति-पत्नी स्नातक पास है। अशरफ खान जमीन से जुड़े हुए किसान है उनकी सारी पढ़ाई लिखाई हरदा में ही हुई है। अपनी जन्मभूमि हरदा से खान को बहुत प्यार है।
हरदा के वार्ड क्र. 29 निवासी अशरफ खान व उनकी पत्नी शगुफ्ता खान द्वारा वार्ड क्र. 34 में स्थित अपनी 05 एकड कृषि भूमि जिसका बाजार मूल्य 5 करोड़ आठ लाख रूपये है को न्याय का मंदिर कहलाने वाले जिला न्यायालय हरदा के नवीन भवन निर्माण कार्य हेतु शासन को दान दी गई है। अब उक्त भूमि पर न्याय के नवीन भवन की स्थापना अतिशीघ्र होगी। अशरफ खान द्वारा किए गए कार्य की हरदा विधायक डॉ. रामकिशोर दोगने द्वारा सराहना की गई एवं अपने कार्यालय पर अशरफ खान को पुष्पमाला पहनाकर का उनका सम्मान किया गया।