Consuming flavored Moringa powder can harm childrenHarda News

Harda News : कलेक्टर आदित्य सिंह के निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य, पोषण एवं शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करते हुए ‘‘हृदय अभियान’’ प्रारंभ किया गया है। इस अभियान के तहत बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के लिये पौष्टिक आहार प्रदान करने का नवाचार प्रारम्भ किया गया है। अभियान के तहत चयनित 50 ग्रामों के कुपोषित बच्चों को खिलाने के लिए उनके माता-पिता को 3 माह तक सुबह शाम मोरविटा पाउडर एवं मिल्क पाउडर उपलब्ध कराया गया है। फ्लेवर्ड मोरिंगा पावडर व मिल्क पावडर वितरण अभियान के सकारात्मक परिणाम अब सामने आने लगे हैं।

जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग संजय त्रिपाठी ने बताया कि जिले के तीनों विकाखण्डों में बच्चों में से 25 बच्चों के पोषण स्तर में सुधार देखने को मिला है। ये 25 बच्चे अति गंभीर कुपोषित श्रेणी से अब बाहर आ गये है। अब इनके वजन में लगातार वृद्धि हो रही है। इनमें हरदा विकासखण्ड के 8, खिरकिया विकासखण्ड के 5 और टिमरनी के 12 बच्चे शामिल है। उन्होने बताया कि ग्राम कुंडीखेड़ा का 1 बच्चा प्रियांशु पुत्र सुन्दरलाल अति गंभीर कुपोषित श्रेणी 1 बच्चे का था, जिसका कुपोषण अब खत्म हो गया है और अब प्रियांशु सामान्य श्रेणी में आ चुका है। इसके अलावा मध्यम श्रेणी के कुपोषित बच्चों में से 48 बच्चों का कुपोषण खत्म हो गया है और वे अब सामान्य श्रेणी में आ गये हैं। इनमें हरदा विकासखण्ड के 7, खिरकिया के 15 और टिमरनी विकासखण्ड के 26 बच्चे शामिल हैं। उन्होने बताया कि फ्लेवर्ड मोरिंगा पावडर के प्रभाव से बच्चों के वजन में लगातार वृद्धि हो रही है।