खिलौनों की तरह बिखर जाएगें हम,
फूलों की तरह सिमट जाएगें हम,

हमें इतना न सताना ऐ जिन्दगी,
मौत से पहले ही मर जाएगें हम,

तन्हा ही निकल जाएगें हम,
खमोश ही रह जाएगें हम,

हमें इतना न रूलाना ऐ जिन्दगी,
कतरा बनके समुन्दर में बह जाएगें हम,

मदहोश हो जाएगें हम,
अपनी ही चमक में खो जाएगें हम,

हमें इतना न चमकाना ऐ जिन्दगी,
सितारा बनके असमान में खो जाएगें हम,

सूरज की तरह ढल जाएगें हम,
चाँद की तरह घट जाएगें हम,

हमें इतना न तड़पाना ऐ जिन्दगी,
शम्मा बनके जल जाएगें हम।।