बहुत डर लगता है हमें तेरे दूर जाने से
तेरी चुडिय़ों की खनक,
तेरी पायल की झनकार को भुलाने से,
बहुत डर लगता है हमें तेरे दूर जाने से,
तेरी महेंदी की रंगत,
तेरी सासों की खुश्बू को भुलाने से,
बहुत डर लगता है हमें तेरे दूर जाने से,
तेरे दिल की धडक़न,
तेरे दीदार के एहसास को भुलाने से,
बहुत डर लगता है हमें तेरे दूर जाने से,
तेरी आंखों के चिंराग,
तेरे हुस्न के जल्वों को भुलाने से,
बहुत डर लगता है हमें तेरे दूर जाने से,
तेरे बीन तन्हा-तन्हा जिन्दगी,
तेरे यादों को भुलाने से,
बहुत डर लगता है हमें तेरे दूर जाने से,
तेरी चाहत को, तेरे चहरे को भुलाने से,
सैयद शबाना अली