हर लम्हें के साथ जिन्दगी बढ़ती जाती हैं,
बहुत कुछ छुट जाता है वक्त के साथ राहों में,
यादों की एक धुधली तस्वीर रह जाती है,
मंझील पर पहुंचकर मुसाफिर रास्तें में छुटा हुआ
बहुत कुछ याद आता है,
कुछ यादे होती है जो राह में ही छुट जाती है,
हर बार जिन्दगी का नया पन्ना
वक्त के साथ पलटता जाता है,
जिन्दगी की सिहाई जो पुरानी ही चलती जाती है,
कभी-कभी तो राह में ही छुट जाते हैं,
साथी कुछ जाने पहचाने,
लेकिन हर बार यादों में कोई नई तस्वीर जुड़ जाती है,