पल-पल जिन्दगी जलाती है हमें,
तरहा-तरहा से रूलाती है हमें,

उजालों से लगता है डर हमें,
अन्धरों में ही नींद आती है हमें,

बेखुर्दी में चेन आता है हमें,
बैचेनी ही हसाती है हमें,

पल-पल जिन्दगी जलाती है हमें,
गम लगे फूलों की डाली हमें,

काटों पर सोने से नींद आती है हमें,
खमोशी ही लफजों की अहमियत बताती है हमें,

तन्हाई ही सुकून पहुचाती है हमें,
मदहोशी ही होश में लाती है हमें,

खुशियां लगे ख्वाब हमें,
मौत ही जिन्दगी क्या है बताती है हमें,