काश इतनी अच्छी होती किस्मत हमारी…
तो यू बार-बार हमको आंसू बहाना न पड़ता,
भूला के अपने ख्वावों को बहुत तड़पते है हम,
काश इतनी अच्छी होती किस्मत हमारी…
यू अपने ही ख्वावों को भुलकर हमें मुस्कुराना न पड़ता,
हर पल जिन्दगी से नराज रहते है हम,
काश इतनी अच्छी होती किस्मत हमारी…
छोड़ कर जिन्दगी की खुशियां सारी,
यू मौत को गले लगाना न पड़ता,
दर्दे दिल अक्सर तन्हाई में हमसफर बनके साथ रहता है,
काश इतनी अच्छी होती किस्मत हमारी…
यू दर्द का दिल को साथ निभाना न पड़ता,
चाहता था दिल हर पल अरमानों का गुलिस्ता हरा भरा रहें,
काश इतनी अच्छी होती किस्मत हमारी…
यू अपने ही अरमानों के फूलों को हमें जलाना न पड़ता,
Syed Shabana ali