जख्मों से भरा है दिल हम से मोहब्बत की उम्मीद न करों…
तन्हाई है मंझील इंतजार है जीने का बहाना,
हसरतें है अधुरी-अधुरी, अरमानों को बिखरें बित चुका है जमाना,
चाहता नहीं है अब ये दिल ख्वाबों की कलियां खिलाना,
बड़ी पत्थरेली है, काटों से भरी है,
गम का है समुंदर, आसूं की झड़ी है जिन्दगी हमारी,
हम से मोहब्बत की उम्मीद न करों…

गमों ने हमारे दामन को कुछ इस तरह से थाम रखा है,
खुशियां हमारी आंखों से आसूं बन कर बह जाती है,
समझ जाओगें तुम भी हमारे पास आने के बाद,
सही है हमारा ये फैसला बेबुनियादी ये जिद न करों,
हम से मोहब्बत की उम्मीद न करों…

निदों ने मेरी हमेशा ख्वाबों से धोका खाया है,
तड़पा हूं बहुत तभी मेरे दिल को करार आया है,
बेरंग है जिन्दगी मेरी दर्द ही मेरा हम साया है,
न मिली खुशियां इसे गम में ही सदा ये दिल मुस्कुराया है,
बहुत कुछ है जिन्दगी में तुम्हारे पास पाने के लिए,
अब जो न मिल सकें ऐसी ख्वाहिश न करों
हम से मोहब्बत की उम्मीद न करों…