Bhopal News : मध्यप्रदेश में 76वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पूरे मध्यप्रदेश में देशभक्ति और उल्लास का माहौल देखने को मिला। मध्यप्रदेश वासियों ने उत्साह और उमंग और देश भक्ति के जोश के साथ गंणतंत्र दिवस मनाया सभी ने दुकानों और चौराहो को तिरंगे झंडे लगाकर सजाया। गणतंत्र दिवस के अवसर पर इंदौर की सभी ऐतिहासिक इमारतों और प्रमुख स्थलों को सजाया गया है।
कल रात से ही रंगबिरंगी लायटिंग की जगमग रोशनियों से राजबाड़ा, गांधी हाल आदि प्रमुख स्थानों को सजाया गया है। राजधानी भोपाल में भी जश्न का माहौल देखा गया। गणतंत्र दिवस को लेकर सुबह से ही चहल पहल दिखाई दें रही थी। बच्चों से लेकर बड़ों के चहरे पर राष्ट्रीय पर्व की धुम साफ देखने को मिली।
सभी शासकीय कार्यलायों में गणतंत्र दिवस की विशेष तैयारियां की गई थी। सुबह शासकीय कार्यलायों बड़ी शान से तिरंगा फहराया गया। स्कूलों में बच्चे सुबह से गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के लिए पहुंचने लगे। विभिन्न संस्थाओं और संगठनों ने भी अपने अपने स्तर पर गणतंत्र दिवस के लिए विशेष आयोजन रखे।
बच्चों के चहरे की खुशी आज देखते ही बन रही थी। स्कूलों में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। देशभृत्ति में रंगे हुए रंगा रंग ड्रेस को पहने बच्चे बहुत ही प्यारे लग रहे थे। उनके चहरों को देखकर साफ लग रहा था वो बहुत खुश है। और अपने राष्ट्रीय पर्व का जश्र मना रहें है।
देश के 76वें गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर के नेहरू स्टेडियम में सुबह 9 बजें तिरंगा फहराकर और राष्ट्रगान के बाद जीप में सवार होकर भव्य परेड की सलामी ली। इस दौरान सीएम के साथ कलेक्टर आशीष सिंह भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज राष्ट्र के जन-गण-मन में देशभक्ति और देश के लिए गर्व का भाव सशक्त हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व-गुण के फलस्वरूप यह संभव हुआ है। आज संपूर्ण विश्व में भारत की गरिमा और साख बड़ रही है। उन्होंने गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर राष्ट्र की स्वतंत्रता के लिए शहीद राष्ट्रभक्तों और सभी सेनानियों के चरणों में विनम्र श्रद्धांजली अर्पित की। उन्होंने कहा कि आज संविधान निर्माताओं के प्रति भी कृतज्ञता ज्ञापित करने का दिन है। हमारा संविधान गौरव और स्वाभिमान के साथ हमें अपने अधिकारों और कर्तव्यों का बोध भी कराता है।
मुख्यमंत्री ने गणतंत्र दिवस पर डॉ. बीआर आंबेडकर को याद करते हुए कहा कि देश का संविधान बनाने में उनकी अविस्मरणीय भूमिका रही है। देश का संविधान नागरिकों को गौरव और स्वाभिमान के साथ उनके कर्तव्यों और अधिकारों का बोध भी कराता है। आंबेडकर ने ब्रितानी राज के सैन्य अफसर रामजी मालोजी सकपाल और भीमाबाई की संतान के रूप में 14 अप्रैल 1891 को इंदौर के पास महू के काली पलटन इलाके में जन्म लिया था।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश विकसित राज्य के रूप में पहचान बना रहा है और निवेश के लिए देश का आकर्षक सूबा बन गया है। प्रदेश सरकार ने 2025 को ‘उद्योग और रोजगार वर्ष’ घोषित किया है। अलग-अलग जगहों पर हुए 7 क्षेत्रीय औद्योगिक सम्मेलनों और देश-दुनिया के प्रमुख शहरों में आयोजित कार्यक्रमों से राज्य सरकार को 4.17 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। उन्होंने कहा कि इन प्रस्तावों के जरिए 4 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने साधु-संतों और सामाजिक संगठनों के सुझावों पर प्रदेश के धार्मिक नगरों में शराब की दुकानें बंद करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर शराबबंदी पहले की तरह लागू रहेगी। उन्होंने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि सूबे के नागरिकों को शराबबंदी के लिए जागरूक किया जा रहा है। इस काम में समाज और सरकार को साथ मिलकर काम करना होगा।