पावनसिटी समाचार पत्र हरदा 

हरदा -राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर  खिलाड़ियों ने घंटाघर स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित कर स्वच्छता की शपथ ली। इस अवसर पर ब्लॉक समन्वयक सलमा खान ने गांधीजी को श्रद्धांजलि दी एवं हॉकी फुटबाल और हैंडबॉल के बच्चों को कहा कि घर कालोनी को स्वच्छ रखें। साथ ही अपने जीवन में विचारों की स्वच्छता और खेल में अनुशासन और संयम की स्वच्छता प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में आवश्यक है। सत्य अहिंसा के पथ पर चलकर मजबूत समाज का निर्माण करना हमारा कर्तव्य है। कार्यक्रम में इंस्पेक्टर सुश्री सरिता मर्सकोले, खेल प्रशिक्षक  प्रहलाद जाट,  प्रवीण बॉथम,  गौतम विश्वकर्मा,  यश कनक, मोहम्मद जैद, शुभ सराठे एवं खिलाड़ी उपस्थित थे।
पुलिस लाइन में शस्त्र पूजन कार्यक्रम संपन्न
हरदा  विजयादशमी के पावन पर्व पर पुलिस लाइन हरदा में आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत शाह ने परंपरागत तरीके से शस्त्र पूजन किया। इस अवसर पर कलेक्टर  जैन, पुलिस अधीक्षक  शशांक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  अमित कुमार मिश्रा सहित अन्य पुलिस अधिकारी कर्मचारी जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छ उत्सव कार्यक्रम संपन्न
हरदा  स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण  स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत स्वच्छोत्सव कार्यक्रम का आयोजन जिला स्तर से ग्राम पंचायत स्तर तक किया गया। कार्यक्रम में दिनांकवार श्रमदान से साफ-सफाई, एक दिन एक घण्टा एक साथ श्रमदान कार्यकम, सिंगल प्लास्टिक यूज के संबंध में जागरूकता, सूखा कचरा-गीला कचरा अलग-अलग, स्वच्छता संबाद जैसी गतिविधियां ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित की गई । गुरुवार को जिला पंचायत कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में स्वच्छता गतिविधियों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, सफाईमित्र, स्वच्छाग्रही आदि को सम्मानित किया गया ।
स्वच्छ भारत दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष  ने अपने संबोधन में कहा कि स्वच्छता का कार्य जीवन पर्यन्त चलता है तथा सभी ग्राम पंचायते सामुदायिक सहभागिता के साथ अपनी-अपनी पंचायतों में उक्त कार्य निरंतर करती रहे। जिला पंचायत उपाध्यक्ष गहलोद ने अपने संबोधन में कहा कि स्वच्छता का कार्य शासकीय कार्य नही है, यह हगारी दिनचर्या से जुड़ा हुआ है और इसे अनवरत गुणवत्ता के साथ चलाना चाहिये। कार्यकम के शुभारंभ अवसर पर प्रवीण कुमार इवने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा स्वच्छता ही सेवा अभियान के उ‌द्देश्य एवं रूपरेखा के संबंध में सभी को अवगत कराया और बताया स्वच्छता की गतिविधियां निरंतर जारी रहेंगी, जिसमें शासन के निर्देशानुसार कई कार्यों को पूर्ण किया जाना है। कार्यकम का शुभारंभ महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर किया गया ।
कार्यकम के दौरान श्रेष्ठ कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, सफाई मित्रों एवं स्वच्छाग्रहियो को सम्मानित किया गया, जिसमें ग्राम पंचायत अबगांवखुर्द, बूंदण्डा, हण्डिया, करनपुरा, कायागांव, मगरधा, मसनगांव, नकवाड़ा, नांदरा व रहटाखुर्द, खिरकिया विकास खण्ड की ग्राम पंचायत मांदला, मोरगढ़ी, कुड़ावा तथा टिमरनी की ग्राम पंचायत भादूगांव, रवांग, लाखादेह, लछोरा, बिच्छापुर एवं रहटगांव शामिल है। कार्यकम के दौरान भावांतर योजना के संबंध में भी जिला पंचायत उपाध्यक्ष द्वारा बताया गया तथा अपील की गई की ज्यादा से ज्यादा इस योजना का प्रचार-प्रसार करके पंजीयन की कार्यवाही की जाये।
*(फोटो संलग्न)*

भावांतर योजना सोयाबीन के पंजीयन

किसानों से निर्धारित समय सीमा में पंजीयन कराने की कलेक्टर ने की अपील

हरदा सरकार द्वारा किसानों को उनकी फसलों का उचित दाम दिलाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा भावांतर योजना लागू की गई है। भावांतर योजना के अंतर्गत ई-उपार्जन पोर्टल पर 3 से 17 अक्टूबर 2025 तक सोयाबीन का पंजीयन किया जाएगा। इसके साथ ही फसल विक्रय के लिए भावांतर अवधि 24 अक्टूबर 2025 से 15 जनवरी 2026 निर्धारित की गई है।
कलेक्टर श्री सिद्धार्थ जैन ने सभी संबंधित अधिकारियों को जिले में भावांतर योजना के प्रभावी संचालन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भावांतर योजना के तहत किसान पंजीयन के लिए जिले में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशान न हो। कलेक्टर श्री जैन ने जिले के सभी सोयाबीन उत्पादक किसानों से अपील की है वे निर्धारित समय अवधि में अपना पंजीयन कराएं। इसके साथ ही उन्होंने किसानों से कहा है कि वे सोयाबीन विक्रय के लिए अपना पंजीयन कराएं और अपना सोयाबीन मंडी में ही विक्रय करें, बिचौलियों को नहीं बेचें।
सरकार की यह भावांतर योजना उचित औसत गुणवत्ता (एफएक्यू) उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देती है। योजना के तहत किसान को एमएसपी से कम लेकिन मंडी मॉडल रेट से अधिक भाव प्राप्त होने पर विक्रय मूल्य और एमएसपी के अंतर की राशि प्राप्त होगी। इसी प्रकार एमएसपी और मंडी मॉडल रेट दोनों से कम भाव प्राप्त होने पर मंडी मॉडल रेट और एमएसपी के अंतर की राशि किसान को प्राप्त होगी। यहां पर मंडी मॉडल रेट से आशय विगत दो सप्ताह में विक्रय की गई सोयाबीन का औसत विक्रय मूल्य से है। यह प्रतिदिन निर्धारित होता है।
क्या है भावांतर योजना
भावांतर योजना किसानों को उनकी उपज का उचित दाम दिलाने के लिए शुरू की गई सरकार की एक योजना है। यह प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान के तहत 2018-19 से लागू है। योजना के अनुसार यदि किसान को मंडी में उपज का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम मिलता है, तो राज्य सरकार औसत मॉडल भाव और एमएसपी के बीच के अंतर की राशि सीधे किसान के खाते डालेगी। इसके लिए किसानों का ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन जरूरी है।
कब से होंगे पंजीयन
भावांतर योजना के अंतर्गत ई-उपार्जन पोर्टल पर 3 से 17 अक्टूबर 2025 तक सोयाबीन का पंजीयन किया जाएगा। इसके साथ ही फसल विक्रय के लिए भावांतर अवधि 24 अक्टूबर 2025 से 15 जनवरी 2026 निर्धारित की गई है।
पंजीयन की निःशुल्क व्यवस्था
भावांतर योजना के तहत पंजीयन की निःशुल्क व्यवस्था ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत एवं तहसील कार्यालयों में स्थापित सुविधा केन्द्र, सहकारी समितियों एवं सहकारी विपणन संस्थाओं द्वारा संचालित पंजीयन केन्द्र तथा एम.पी. किसान एप पर भी की गई है। यहां किसान अपना निशुल्क पंजीयन करा सकते हैं।
पंजीयन की सशुल्क व्यवस्था
भावांतर योजना के तहत पंजीयन की सशुल्क व्यवस्था एम.पी. ऑनलाईन कियोस्क, कॉमन सर्विस सेन्टर कियोस्क, लोक सेवा केन्द्र और निजी व्यक्तियों द्वारा संचालित साइबर कैफे पर की गई है। यहां प्रति पंजीयन के लिये 50 रूपये से अधिक शुल्क नहीं लिया जाएगा। किसान पंजीयन के लिए भूमि संबंधी दस्तावेज़, किसान के आधार कार्ड एवं अन्य फोटों पहचान पत्रों का समुचित परीक्षण कर उनका रिकार्ड रखा जाना अनिवार्य होगा।
सिकमी/बटाईदार/कोटवार एवं वन पट्टाधारी किसान के पंजीयन की सुविधा केवल सहकारी समिति एवं सहकारी विपणन सहकारी संस्था द्वारा संचालित पंजीयन केन्द्रों पर उपलब्ध होगी। इस श्रेणी के शत-प्रतिशत किसानों का सत्यापन राजस्व विभाग द्वारा किया जाएगा।
*उपार्जित फसल के भुगतान हेतु बैंक खाता*
किसान द्वारा समर्थन मूल्य पर विक्रय उपज का भुगतान प्राथमिकता के आधार पर किसान के आधार लिंक बैंक खाते में किया जाएगा। किसान के आधार लिंक बैंक खाते में भुगतान करने में किसी कारण से समस्या उत्पन्न होने पर किसान द्वारा पंजीयन में उपलब्ध कराये गए बैंक खाते में भुगतान किया जा सकेगा। किसान पंजीयन के समय किसान को बैंक खाता नंबर और आईएफएससी कोड की जानकारी उपलब्ध करानी होगी। अक्रियाशील बैंक खाते, संयुक्त बैंक खाते एवं फिनो, एयरटेल, पेटीएम, बैंक खाते पंजीयन में मान्य नहीं होंगे। पंजीयन व्यवस्था में बेहतर सेवा प्राप्त करने के लिए यह जरूरी होगा कि किसान अपने आधार नंबर से बैंक खाता और मोबाइल नंबर को लिंक कराकर उसे अपडेट रखें।