तलब उसकी, उसी का इन्तजार कराती है ये जिन्दगी,
कैसी है ये जिन्दगी, जीते है जिन्दगी,
उसी का इंतजार कराती है ये जिन्दगी,
है बहुत किमती जिन्दगी का लम्हा-लम्हा,
बेकार है वो खुशी, जो खुशियों के आने का इंतजार कराती है,
है बहुत हसरते दिल की,
जिन्दगी कुछ इस तरह से बिताएगें,
मुक्कमल है वो सारे जज्बात जो,
उम्मीदों के चिंरागों के जलने का इंतजार करती है ये जिन्दगी,
उल्फत भरी है वो राते,
नींदो का भी है आंखों में जोर,
हंसी है वो लम्हा जो ख्वाबों में
उसी के आने का इंतजार कराती है ये जिन्दगी,
तलब उसी, उसी का इंतजार कराती है ये जिन्दगी,