दुनिया की भीड़ में तेरे खो जाने का डर नहीं,
ऐ जिन्दगी तुझसे दूर हो जाने का डर नहीं,
तकदीर से समझोता कर लिया है हमने,
किसी दर्द से दिल लगाने का डर नहीं,
मंजिल की तलाश मुक्कमल हो गई है अब,
रास्ते के खो जाने का डर नहीं,
दुनिया की भीड़ में तेरे खो जाने का डर नहीं,
ऐ जिन्दगी तुझसे दूर हो जाने का डर नहीं,
तकदीर से समझोता कर लिया है हमने,
किसी दर्द से दिल लगाने का डर नहीं,
मंजिल की तलाश मुक्कमल हो गई है अब,
रास्ते के खो जाने का डर नहीं,