पावनसिटी समाचार पत्र हरदा
सिराली संवाददाता -वसीम खान
हरदा- सिराली नगर परिषद सिराली में योजनाओं और निर्माण कार्यों को लेकर एक बार फिर गंभीर आरोपों की गूंज सुनाई दी। रविवार को कांग्रेस पार्षदों ने बहादुर ठाकुर की अध्यक्षता में गांधी चौक पर एकत्र होकर नगर परिषद अध्यक्ष एवं पूर्व (सीएमओ) पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगाए। पार्षद बहादुर ठाकुर का कहना है कि नगर परिषद् सिराली में मुख्यमंत्री अधोसंरचना के 4 रोड बनना था जिसमें से तीन ही रोड बने एक रोड कहां गया । उसकी राशि का क्या हुआ । पार्षदों ने कहा कि नगर परिषद में जो विकास कार्य चल रहे हैं, मकान परमिशन के नाम पर शहर की भोली,भाली जनता से मकान टैक्स अधिक से अधिक वसूला जा रहा है । कायाकल्प के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है। 44 लाख का डामरीकरण रोड़ पर कागज की परत सा लगाया है। उनमें पारदर्शिता नदारद है । और नियम-कायदों को ताक पर रखकर मनमाने ढंग से कार्य कराए जा रहे हैं। पार्षदों का कहना है । कि परिषद में अनुमोदित योजनाओं में अनियमितता बरती जा रही है। न केवल ठेकेदारी स्तर पर बल्कि फाइलों से लेकर भुगतान तक में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है। परिषद में कर्मचारियों को निकालना और लगना आम बात हो गई है । उन्होंने आरोप लगाया कि कई निर्माण कार्य कागजों पर पूरे दिखा दिए गए हैं । जबकि जमीनी हकीकत में उनकी स्थिति अलग है। वही सिराली में सामुदायिक शौचालय भी नहीं है जो सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है । पीएम आवास योजना में भी अनियमिताएं हैं । जो पैसे देता है उसका मकान पहले पास कर दिया जाता है । जो नहीं देता उसे लटका दिया जाता है । इससे नगरवासियों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है । और जनता का धन पानी की तरह बहाया जा रहा है। सभा में उपस्थित पार्षदों ने कहा कि परिषद के अध्यक्ष और पूर्व सीएमओ ने पद का दुरुपयोग किया है। जिन योजनाओं के लिए राज्य और केंद्र सरकार से राशि स्वीकृत हुई थी, उनका सही ढंग से उपयोग नहीं हुआ। इससे यह साफ जाहिर होता है कि नगर परिषद में भ्रष्टाचार गहराई तक जम चुका है। कांग्रेस पार्षदों ने प्रशासन से मांग की कि नगर परिषद के पिछले दो वर्षों में कराए गए सभी कार्यों की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही जांच शुरू नहीं की गई, तो वे बड़े आंदोलन का रास्ता अपनाने पर मजबूर होंगे। पार्षद बहादुर ठाकुर ने कहा कि नगर परिषद जनहित के नाम पर सिर्फ भ्रष्टाचार का अड्डा बनकर रह गया है। जनता के पैसे से योजनाओं का लाभ आम लोगों तक पहुंचने की बजाय कुछ चुनिंदा लोगों की जेब में जा रहा है। सभा के दौरान कांग्रेस पार्षदों ने नारेबाजी करते हुए भ्रष्टाचारीयों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि सिराली नगर परिषद की स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। सड़क, नाली, पानी और स्वच्छता जैसे बुनियादी काम अधूरे पड़े हैं,जबकि परिषद के रिकॉर्ड में इन्हें पूर्ण बताया जा रहा है। गांधी चौक पर हुई इस सभा में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक भी शामिल हुए। पार्षदों का कहना है । कि जनता से वादा किया गया था कि पारदर्शी तरीके से विकास होगा,लेकिन हकीकत इसके उलट निकली। भ्रष्टाचार के इस खेल से सिराली की छवि धूमिल हो रही है। पार्षदों ने अंत में दोहराया कि वे नगर परिषद की योजनाओं और निर्माण कार्यों की जांच के लिए मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे। यदि वहां भी सुनवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन को जिला स्तर तक ले जाएंगे।