Gandhiji taught us the secret of successNarmadapuram News

Narmadapuram News : गाँधी जयंती पर ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय नर्मदापुरम मे कार्यक्रम आयोजित कर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को याद कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस अवसर पर विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए संभागीय उपायुक्त जेपी यादव ने कहा की आजादी के संघर्ष मे कई लोगों ने बलिदान और योगदान दिया। अहिंसा, सत्याग्रह और असहयोग के बल पर कई वर्षों के संघर्ष से आजादी मिली।

गाँधी जी ने सिखाया की सफलतायें आसानी से मिलती हैं उसके लिए लम्बा संघर्ष करना होता है और इसके लिए धैर्य जरूरी है। हजारों वर्षों की आजादी आसानी से नहीं मिली। कई लोगों ने अपने अपने तारीकों से कोशिशे की, लेकिन वे प्रयास बिखरे हुए थे और एक साथ पुरे बल से नहीं लड़े गए। गाँधी जी ने देश वासियों को जाति धर्म का भेदभाव भूलकर साथ आने को कहा, गाँधी जी के आह्वान पर देश एक होकर उनके नेतृत्व मे अंग्रेजों के खिलाफ अहिंसा, सत्याग्रह और असहयोग जैसे पवित्र साधनों से लड़े और आजादी पाई।

गाँधी की पृष्ठभूमि आर्थिक और सामाजिक रूप से सम्पन्न थे। जब अंग्रेजों ने रंग और नस्ल के आधार पर गाँधी जी का अपमान किया तो उन्होंने अंग्रेजी सत्ता को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया और उसके लिए अपनी सारी सुविधाएं त्याग केवल एक धोती मे अपना जीवन बिताया। उन्होंने कहा की जब देश के अधिकांश लोग भूखे और कम कपड़ों मे है तो मै क्यों सुविधाओं के साथ रहूं। उन्होंने देश के सामने उच्च आदर्श प्रस्तुत किया।

यादव ने बच्चों को बताया की गाँधी जी दलितों और महिलाओं की दयनीय स्थिति से चिंतित थे। उनके उत्थान के लिए देश और समाज को राह दिखाई। आजादी के बाद सरकारों ने इस पर काम किया इस कारण अब काफी बदलाव दिख रहा है। इन दोनों वर्गों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति मे उल्लेखनीय सुधार हुआ है। हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेना चाहिए।

कार्यक्रम के प्रारम्भ मे गाँधी जी और शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण किया गयाढ्ढ कार्यक्रम मे छात्र छात्रा जान्हवी पाठनकर, यामिनी पंडोले, आँचल सूर्यवंशी, श्रुति मालवीय, नेहा अहिरवार, तेजश्वरी बद्दीले, हिमांशु दास मोहले, आशुतोष बिद्देया ने गाँधी जी और शास्त्री जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला। प्राचार्य हरगोविंद दुबे ने आभार व्यक्त किया एवं छात्रा मावेशी झरबड़े ने कार्यक्रम का संचालन किया।