Narmadapuram news : कलेक्टर सोनिया मीना ने कृषि उपसंचालक को निर्देश दिए कि वे जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया एवं डीएपी की उपलब्धता सुनिश्चित करें। किसानों को यूरिया एवं डीएपी मिलने में किसी भी प्रकार की समस्या न आऐ। कलेक्टर ने जिले में यूरिया एवं डीएपी की उपलब्धता एवं गेहूं उपार्जन की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान बताया गया कि आज दिनांक तक जिले में 13 हजार 805 मे.टन यूरिया उपलब्ध है। डीएपी 06 हजार 872 मे.टन तथा कॉम्प्लेक्स 1 हजार 280 मे.टन उपलब्ध है। उपसंचालक हेडाउ नें बताया है कि दिनांक तक 06 हजार 637 में.टन यूरिया का वितरण किया गया है। वहीं 4 हजार 05 मे.टन डीएपी, 251 मे.टन एमओपी, 453 मे.टन एनपीके, 3 हजार 449 मी. टन एसएसपी का वितरण सुनिश्चित किया गया है।
कलेक्टर ने गेहूं उपार्जन की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि किसानों को गेहूं उपार्जन का भुगतान समय पर हो जाए, किसी कारणवश यदि असफल भुगतान हुआ है, तो उसे रिव्यू कर ठीक कराए। साथ ही गेहूं अपग्रेडेशन का कार्य भी तेज गति से चलता रहे। जहां भी गेहूं है वहां पर अपग्रेडेशन का कार्य तेज गति से करें।
आईएफएससी कोड गलत होने एवं खाता नंबर गलत होने के चलते कुछ किसानों को भुगतान में समय लगा है लेकिन उसे प्राथमिकता से ठीक किया जा रहा है, ऐसे बहुत सारे प्रकरण को सफलतापूर्वक ठीक करके किसानों को गेहूं उपार्जन का भुगतान सुनिश्चित किया गया है। बताया गया कि टूटे-फूटे एवं दाना रहित, काले, अधपके गेहूं के अपग्रेडेशन का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। बैठक में संबंधित अधिकारियों ने बताया कि महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से भी गेहूं उपार्जन का कार्य किया जा रहा है।
परिवहन की स्थिति बहुत अच्छी है। अब तक लगभग लगभग 99 प्रतिशत गेहूं का परिवहन सफलतापूर्वक किया जा चुका है। किसानों को गेहूं उपार्जन का 617 करोड़ रुपए का भुगतान भी उनके बैंक खातों में किया गया है। बताया गया कि गेहूं उपार्जन का कार्य 31 मई तक किया जाएगा। लेकिन यदि आवश्यकता हुई तो शासन की ओर से इसे बढ़ाया भी जा सकता है।