पावनसिटी समाचार पत्र -इस दौरै में कहीं गांव में अलग-अलग जाकर बैठकर करी संविधान में प्रदत समाज के लिए हक को जमीन में उतारने के लिए लोगों से चर्चा विमर्श और मंथन किया

आमजन ने इस अल्प बैठक में कहीं महत्वपूर्ण मुद्दों को हमारे समक्ष रखा हमारे साथी ने भी काफी अच्छे ढंग से उनके सवालों का जवाब दिया और हम सब मिलकर उनको आश्वस्त करते हैं उनके प्रत्येक विषम परिस्थिति में हम उनके साथ काम करेंगे

जल जंगल जमीन की अवधारणा को जमीन में उतारने के और उन्हें हक दिलाने की पुरजोर कोशिश की जाएगी

आदिवासी अंचलों में सड़क नहीं है ना ही सड़कों पर पुलिया है जो पुलिया है उसकी जर्जर स्थिति में है आंगनबाड़ी केंद्र पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है स्कूल की जो भवन है वह भी लगभग क्षतिग्रस्त है और बहुत पुरानी है यह स्थिति हरदा जिले के प्रत्येक इंटीरियर एरिया में है

75 वर्ष से आदिवासी समाज गरीबों तबका आजाद नहीं हुए जहां शिक्षा के गुणवत्ता की बात तो होती नहीं वहां शिक्षक हैं ना छात्र-छात्र हैं नहीं सही ढंग का क्लासरूम नतीजा आपके सामने है

मध्य प्रदेश में 45% ज्यादा बच्चे पास नहीं हो रहे हैं हमने तय किया है कि बहुत जल्द रणनीति बनाकर के जिला मुख्यालय में प्रदर्शन करेंगे और सरकार और जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित करेंगे*

इस बैठक में मुख्य रूप से आदरणीय एस एस उइके पटाल्दा वाले सरपंच साहब रामेश्वर धुर्वे लाखदेह वाले रामदास उईके वाले के साथ मिलकर के ग्रामीण से मिले और आत्मीय में मिलन में लोगों ने मान सम्मान किया और कहीं जगह-जगह पर रोक कर स्वागत सत्कार किया इस आत्मीय भाव के लिए सभी को जोहार जय आदिवासी जय संविधान

नोट कुछ वीडियो और फोटो आपके बीच शेयर कर रहा हूं आप दुर्दशा क्षेत्र का देख सकते हैं वीडियो देखें और अधिक से अधिक शेयर करें और सरकार तक आवाज पहुंचाएं