Yadav bus is looting, why is the district administration silent?Harda News

Harda News : त्यौहारों का सीजन चल रहा हैं। हर कोई खुश हैं। लेकिन त्यौहारों के टाईम पर प्राइवेट बसों की मनमानी ने लागों काफी परेशान कर रखा हैं। ऊपर से जिला आर टी ओ की इस दिशा में उदासीनता को देखकर लोगों में काफी गुस्सा देखा गया। रक्षा बंधन के मौके पर हर बहन अपने भाई को राखी बांधने दूर-दूर का सफर तै कर के अपने भाई के घर आती हैं। तो भाई भी बहनों के घर जाते हैं। लेकिन ऐसे में बसों बहुत भीड़ हो जाती हैं। तो प्राइवेट बस वाले यात्रियों से मन माना किराया वसूलते हैं। ऐसा ही एक मामला अभी इस रक्षा बंधन पर संज्ञान में आया।
रक्षा बंधन के पावन पर्व के आने से पहले ही बहने अपने खर्च में से कुछ पैसे बचाकर रखती है। ताकि वो रक्षा बंधन पर अपने भाई को खुशी-खुशी राखी बाध सकें। वहीं मध्यप्रदेश सरकार बहने को आत्म निर्भर बनाने के लिए हर महीने पैसे दें रही है। लेकिन इसके विपरित मध्यप्रदेश के हरदा जिले में रक्षा बंधन के दिन बहनों से यादव बस वालों ने सीधे-सीधे लूट का गौरख धंधा शुरू कर दिया। रक्षा बंधन के दिन जो टिकट ऑनलाइन यादव बस की हरदा से इंदौर के लिए बुक की गई। उसमें 350 रूपये प्रति व्यक्ति किराया लिया गया। वही दूसरे दिन जो टिकट ऑनलाइन के माध्यम से ही की गई उसका किराया प्रति व्यक्ति 420 रूपये लिया गया।

जब यात्रियों द्वारा यादव बस वालों से शिकायत की गई तो उन्होंने शिकायत नहीं सुनी बल्कि यात्रियों के साथ अभद्रता की बेवस यात्रियों ने जिला आर टी में शिकायत के लिए मोबाइल लगाया तो किसी ने भी बार-बार काल करने पर भी काल रिसीव नहीं की। बेचारे यात्री मनमाना किराया दिये जाने पर भी अभ्रदता का समना करते रहें है। क्या ये जिला आर टी ओ की मिली भगत से सब गौरख धंधा चल रहा हैं। इस लिए जिला आर टी ओ इस और ध्यान नहीं दें रहा है। क्योंकि जिस यात्री ने जिला आर टी ओ कॉल की थी उसने हमें बताया बार-बार कॉल करने पर भी जिला आर टी ओ द्वारा उनका काल रिसीव नहीं किया गया न ही हरदा आर टी ओ के साहब कॉल रिटन लगाना उचित समझा।

वहीं उस यात्री ने हरदा जिला कलेक्टर आदित्य सिंह को लगभग 11.15 बजे के करीब काल की लेकिन कोई समस्या के कारण कलेक्टर सर ने काल रिसीव नहीं कर पाये लेकिन 11.30 बजें कलेक्टर सर ने खुद उस यात्री से बातचीत की और उस यात्री की समस्या को ध्यान पूर्वक सुना और उस यात्री से यात्रा संबंधित सभी दस्तावेज मांगे। और संबंधित व्यक्तियों पर उचित कारवाई का अश्वासन दिया। अब ये सोचने वाली बात हैं। हरदा जिला कलेक्टर जिन पर पुरे जिले की जिम्मेदारी हैं फिर भी उन्होंने रिटन कॉल कर यात्री से उसकी समस्या को सुना और उचित कार्यवाही का अश्वासन भी दिया।

वहीं हरदा जिला आर टी ओ के आधिकारी ये हाल आज तक उन्होंने कॉल रिटन करना तो दूर रिसीव करना भी उचित नहीं समझा। अब देखने वाली बात यह है कि जिला प्रशासन संबंधित शिकायत पर मौन रहता है। या फिर यादव बस वालों और ऐसे ही कई प्राइवेट बस वालों पर जो जिला में त्यौहारों पर यात्रियों से मन माना किराया वासूल कर उनकी मजबूरी का फायदा उठा रही हैं।

ऐसे बस मालिकों पर जिला प्रशासन की तरफ से कोई उचित कार्यवाही होती है के नहीं? क्या हरदा आर टी ओ पर भी जिला प्रशासन की तरफ से कोई कार्यवाही होती हैं या नहीं? वैसे उचित तो यहीं है कार्यवाही होनी चाहिए क्योंकि हमारे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव हमेशा कहते सभी सरकारी कार्यलयों के अधिकारी कार्मचारी समय पर कार्यलय आये और जानता की समस्याओं को विनम्रता के साथ सुनकर उसका उचित हल करें। अब देखने वाली बात हैं यात्रियों के हुए इस शोषण पर जिला प्रशासन क्या उचित कार्यवाही करता हैं? या फिर हरदा आर टी ओ की साठ गाठ ये गौरख धन्धा यूहीं चलता रहेंगा?

सैयाद अस्पाक अली