Harda news: ग्रीष्मकालीन मूंग फसल के लिये नहरों के माध्यम से सिंचाई व्यवस्था की जा रही है। कलेक्टर आदित्य सिंह के अधिकारियों को दिए निर्देश अवैध तरीके से नहर का पानी सिंचाई के लिये लेने वाले किसानों रोक लगाई जाए तथा व्यवस्था में बाधा उत्पन्न करने वाले ग्रामीणों के विरूद्ध कार्यवाही की जाये।
उन्होने विद्युत वितरण कम्पनी, राजस्व विभाग, जल संसाधन विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के संयुक्त दल बनाकर नहरों के आसपास के क्षेत्रों का भ्रमण कर संबंधित अधिकारियों निर्देश दिये है कि जहां-जहां नहरों पर अवैध सायफन संचालित होते दिखे, उन्हें तत्काल जप्त किया जाए।
चारों विभाग के अधिकारी रात्रि में भी संयुक्त गश्त करें। इसी क्रम में चारों विभागों के अधिकारी कर्मचारियों ने नहरों के आसपास स्थित गांवों का दौरा किया। अधिकारियों ने माचक नहर, पाटली नहर, कमताड़ा माइनर नहर, बाफला माइनर, ग्राम गहाल, रोलगांव, माचक नहर मोहनपुर, दीपगांव का निरीक्षण किया।
चारों विभाग के अधिकारियों ने कलेक्टर आदित्य सिंह के निर्देश अनुसार संयुक्त दल बनाकर नहरों और नहरों के आसपास के क्षेत्रों निरीक्षण किया। जहां-जहां नहरों पर अवैध सायफन संचालित होते दिखे, उन्हें तत्काल जप्त किया गया।
ग्रीष्मकालीन मूंग फसल के लिये अभी किसान नहरों से मूंग की फसल में सिचाई कर रहे है। इसके लिए नहरों में पानी भी छोड़ा गया है। लेकिन कुछ किसान ऐसे है जो सिचाई के लिए अवैध तरीके से नहरों का उपयोग कर रहे है। इसी अवैध कार्य को रोकने के लिए कलेक्टर ने चारों विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए थे वे नहरों का औचक निरीक्षण कर ऐसे किसानों पर कार्यवाही करे।
जो अवैध रूप से नहरों का पानी ले रहे है। ज्ञात हो की मूंग की फसल गर्मी के मौसम में बोई जाती है जिसमें सिचाई के लिए पानी की कमी होती है। तो किसान अवैध तरीके से जेट पंप और विविध विद्युत उपकरण का उपयोग करके नहरों का सारा पानी खीच लेते है जिससे छोटे किसानो को परेशानी का सामना करना पढ़ता है।