Harda News : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मां नर्मदा की धारा चैतन्य है, इसके दर्शन मात्र से ही सभी धन्य हो जाते हैं। आज यहां नर्मदा के तट पर वेदगर्भा घाट का लोकार्पण हुआ है, यहां पर वेद विद्या केंद्र विकसित हो रहा है। नर्मदा नदी प्रदेश की जीवन रेखा है। प्रदेश का सिंचाई रकबा 48 लाख हेक्टेयर से अधिक है, जिसमें से 40 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में मां नर्मदा के जल से सिंचाई होती है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हरदा जिले के छीपानेर में नर्मदा किनारे ‘वेदगर्भा घाट’ का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने 316 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण/ भूमि पूजन भी किया। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इस दौरान हरदा जिले में एक नई आईटीआई संस्था स्वीकृत करने तथा गोंदागांव में सरकारी खर्चे पर सर्वसुविधा युक्त गौशाला स्वीकृत करने की घोषणा की। कार्यक्रम में डारा इंजीनियरिंग प्रायवेट लिमिटेड के मेनेजिंग डायरेक्टर डॉ. पप्पू राम विश्नोई ने इस अवसर पर वेदिक विद्या पीठम् चिचोट के विकास के लिये 1 करोड़ रूपये देने की घोषणा की।
नदी जोड़ो परियोजना से प्रदेश में आयेगी खुशहाली
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश में सिंचाई के रकबे का तेजी से विस्तार हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से प्रदेश में केन बेतवा और पार्वती काली सिंध चंबल नदी जोड़ो परियोजनाएं प्रारंभ हुई है, जिनके परिणाम स्वरुप हम 1 करोड़ हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई के लक्ष्य को पूरा कर पाएंगे। इन दोनों परियोजनाओं में प्रदेश को लगभग 1 लाख 75 हजार करोड़ रुपए की राशि प्राप्त होगी। यह प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में हर वर्ग के कल्याण के लिए गरीब महिला किसान और युवा कल्याण मिशन प्रारंभ किए गए हैं। युवा कल्याण मिशन के माध्यम से हम वर्ष 2028 तक प्रदेश के 70 प्रतिशत युवाओं को स्वावलंबी बनाएंगे। गरीबों को भी समय पर इलाज मिले इसके लिए प्रदेश में एयर एंबुलेंस सेवा प्रारंभ की गई है। इसके माध्यम से गंभीर मरीजों को अस्पताल तक के जाने के लिए नि:शुल्क हवाईजहाज/हेलीकॉप्टर सेवा प्रदान की जाती है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर उपस्थित सभी नागरिकों को नर्मदा जयंती की शुभकामनाएं दी। उन्होने कहा कि माँ नर्मदा के तट पर जो शांति मिलती है, वो और कहीं नहीं है।
सुरेश सोनी ने इस अवसर पर कहा कि माँ नर्मदा हमारे लिये जीवनदायिनी है, इसे प्रदूषित न करें। नर्मदा नदी प्रदूषण मुक्त बनी रहें, यह हम सभी का दायित्व है। उन्होने कहा कि नर्मदा नदी के दोनों तटों के आसपास अधिक से अधिक पौधे लगाये जाने चाहिए क्योंकि वृक्ष ही नर्मदा नदी को पोषित करते हैं। सोनी ने कहा कि हमारे देश में नदियों को माँ का दर्जा दिया जाता है।
316.20 करोड़ रूपये के निर्माण कार्यों का हुआ लोकार्पण/भूमि पूजन
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 316.20 करोड़ रूपये के निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि पूजन किया, जिनमें 130.32 करोड़ रूपये लागत 21 कार्यों का भूमि पूजन तथा 185.87 करोड़ रूपये लागत के 97 कार्यों का लोकार्पण शामिल है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्राम चिचोट कुटी में नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण द्वारा नर्मदा नदी के तट पर 11.07 करोड़ रूपये लागत से बनवाये गये घाट निर्माण का अवलोकन कर लोकार्पण किया। कार्यक्रम में जिन 21 कार्यों का भूमि पूजन हुआ, उनमें महिला एवं बाल विकास विभाग के 3, लोक निर्माण विभाग के 2, पीआईयू के 6, स्वास्थ्य विभाग के 3, नगरीय प्रशासन विभाग के 3 तथा विद्युत वितरण कम्पनी के 4 कार्य शामिल है। इसी तरह जिन 97 कार्यों का लोकार्पण किया गया, उनमें महिला एवं बाल विकास विभाग के 3, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के 4, लोक निर्माण विभाग के 29, पीआईयू के 6, सेतु विकास निगम का 1, लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग के 52 तथा विद्युत वितरण कम्पनी व नर्मदा घाटी विकास विभाग के 1-1 कार्य शामिल है।