Harda news: गर्मी के दिनों में पानी की अहमियत को वहीं इंसान समझ सकता हैं जिसने तपती धुप में प्यास का अनुभव किया हो। दुनिया में बहुत लोग ऐसे होते है जो दुसरे के दर्द को बेहतर समझते है। कुछ लोग अपनी इसी सोच के चलते कुछ ऐसा कर गुजरते हैं। जिससे मानवता की सेवा तो होती ही हैं। साथ में वो लोगों की मदद करके लोगों के सामने इंसानियत की ऐसी मिसाल कायम कर देते जिसकी ऊंचाईयों को छू पाना हर कोई के लिए इतना असान नहीं होता है।
मानवता की ऐसी ही मिसाल हरदा जिले के टिमरनी नगर में पिछले 12 सालों से देखने को मिल रही हैं। जहां पर जल सेवा समिति के सदस्यों के द्वारा पिछले 12 वर्षों से लगातार टिमरनी रेल्वे स्टेशन पर रेलयात्रियों को नि:शुल्क ठंडा पानी पिलाया जा रहा हैं।
यहां हरदा जिले के लिए गौरव की बात हैं यहां ऐसे लोग रहते हैं जो मानवता की सेवा को अपना परम धर्म समझते हैं। जहां भीषण गर्मी की वजह से लोगों का घरों से बहार निकलना मुश्किल हो रहा हैं। ऐसे में सिर्फ मानवता की सेवा के उद्देश्य से अपने घरों से निकले ये लोग जाहिर करते है, दुनिया में अब भी इंसानियत जिंदा है।
टिमरनी नगर के रेल्वे प्लेटफार्म पर ट्रेनों में भीषण गर्मी के दिनों में जल सेवा समिति द्वारा 12 वर्षों से सतत नि:शुल्क शीतल जल पिलाने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है। समिति के सतीश शुक्ला ने बताया कि हमारे परिश्रम और नगरवासियों के सहयोग से ईश्वर की कृपा से यह कार्य कर रहे हैं।
जहां गर्मी के दिनों में लोग बड़े बड़े फ्रीजर आदि लगाकर पुण्य लाभ अर्जित कर रहे हैं वहीं हमारी समिति भी ठंडा पानी पिलाकर संतुष्ट रहती है। देखने में आया है कि यहां कुछ सामाजिक संस्थाएं और स्कूल स्टाफ भी समय समय पर अपनी सेवा देने आते हैं जिनके हौसले बुलंद रहते हैं। श्री कृष्णा इंजीनियरिंग के संचालक मदन पंजाबी द्वारा 2 हाथ ट्राली बनाकर दी गई है जिन पर पानी की भरी हुई केन रखकर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म तक आने जाने में मदद मिलती है।
नगर के युवाओं को इतनी भीषण गर्मी में जल सेवा करने का जुनून देखने लायक रहता है। रेलगाड़ी में बैठे यात्रियों को जगह पर ही ठंडा पानी मिलने पर वह गदगद हो जाते हैं और जल सेवा समिति के लोगों को बहुत आशीर्वाद देते हैं। कई लोग रूपए भी देने लगते हैं परन्तु समिति के लोगों ने ईमानदार का पाठ पढ़ा है वह राशि लेने से इंकार करते हैं।
कई बार किसी यात्री का सामान भी गिर जाता है जो समिति के लोगों को मिलने पर उसे व्यवस्थित वापस किया गया है। इस प्रकार टिमरनी का नाम देश भर में पहुंचाया जा रहा है। यहां दोपहर 11 बजे से 2 बजे तक लगभग 5-6 रेलगाड़ी रूकती हैं जिनके जनरल डब्बों में यात्रा करने वाले यात्रियों को इस वर्ष भी भीषण गर्मी के मद्देनजर ठंडा पानी पिलाया जा रहा है।