जख्मों से की है महोब्बत हमने दर्द से दिल लगाया है,
आंसू झलके जब पलकों से तब ही दिल मुस्कुराया है,
बहुत गहरा रिस्ता है दर्द से दिल का,
गमों ने ही हमें जिन्दगी की राह पर चलना सिखाया है,
बहुत नाजूक था ये दिल शिशे से थे इसके अरमान,
जख्मों ने ही इसे हर मुस्किल में सभलना सिखाया है,
हर बार सोचते थे, अब बिखर जाएगें हम,
हार के अब जिन्दगी से मर जाएगें हम,
जख्मों ने ही जिन्दगी को मौत से लडऩा सिखाया है,
हर बार झलकते थे आंसू जब पलकों से हमारी,
मुरझा जाती थी जब जिन्दगी में खुशियों की कलिया सारी,
तभी तो दिल को है जख्मों से कितनी महोब्बत,
ये राज हमें समझमें आया था,
है मुस्किल बहुत जिन्दगी में इस तरह से महोब्बत निभाना,
नमुमकिन है दिल के जख्मों को छुपाना,
ये सच अब हमें समझ में आया
फिर खामोशि में ही दिल जख्मों संग मुस्कुराया,
अब जिन्दगी ने जिने राज हमें समझाया,