Your eyes that speak...Gazal

तेरी वो बोलती आंखे,
रास्ते पर किसी के राह तकती आंखे,

आ जाए जब कोई सामने,
आंखों-आंखों में इजहार करती आंखे,

शर्मा कर वो तेरा पलको को झपकाना,
आंखों-आंखों में शर्मा जाना,

मुस्कुराके फिर पलकों को उठाना,
आंखों-आंखों में सब कह जाना,

तेरी आंखों की गहराई में ढुढते है खुदको,
हो न हो यहीं-कहीं छुपा रखा हो हमको,

ढुढती आंखों को इन्तजार है तेरा,
मांगते है तुझको रात दिन हम,

क्योंकि तू प्यार है मेरा,
वो तेरा पलके झपका-झपका के कहना,

गुस्सा जब आये तो वो तेरा पलके मुंझे रहना,
बागों में जब जाये तू वो तेरा फूलों को देखते रहना,
कसम है तेरी आंखों की इन्हें देखे बिना अब एक पल नहीं रहना,