नई दिल की दुनिया बसा न सकूंगा मैं,
जो भूल गए हो तुम वो भूला न सकूंगा मैं,

तुम तो हसरतों का मिटा के मेरी खुश हो बहुत,
लेकिन तुम्हें भूल कर मुस्कुरा न सकूंगा मैं,

बहुत मजा आया होगा तुम्हें खेल के दिल से मेरे,
लेकिन तुम्हारे दिल को एक पल भी दूख पहुंचा न सकंूगा मैं,

तुम तो भूल गए हो मुझसे किए हर एक वादे को,
लेकिन तुमसे जुड़ी हर बात को भूला न सकूंगा मैं,

अरमान तो बहुत थे तेरे दिल में ही बस जाने के,
लेकिन आज के बाद तेरे सामने तक आ न सकूंगा मैं,

मुझसे जुड़ी हर यादों को तुमने दिल से मिटा दिया,
लेकिन भूल के भी मैं तुमको भूला न सकूंगा मैं,