फूल हमें सिखाते है, काटों में रहकर कैसे मुस्कुराते हैं,
फूल हमें सिखाते है, अपनी खुश्बू से कैसे दूसरों की जिन्दगी महकाते हैं,

फूल हमें सिखाते है, हर दर्द को सहकर कैसे आंधियों में भी लहराते हैं,
फूल हमें सिखाते है, नाजूक दिल भी कैसे पत्थरों की चोट सह जाते है,

फूल हमें सिखाते है, चन्द लम्हों की जिन्दगी मिली है,
वाकी जिन्दगी में कुछ नहीं है,

कैसे पीछे फिर भी पहचान अपनी छोड़ जाते है,
फूल हमें सिखाते है, हर लम्हा नहीं कोई अपनो का साथ निभाता हैं,

एक वक्त आता है जब दुनिया से रूकसत हो जाता हैं,
खुशनसीब होते है वो लोग जो यादों में अपनों की जिन्दा रह जाते है,
फूल हमें सिखाते है,