पावनसिटी खंडवा -नशा ही नाश का द्वार है केवल मजबूत इच्छा शक्ति से ही नशे से मुक्ति पाई जा सकती है। यह बात नशा मुक्ति अभियान के समापन अवसर पर किशोर कुमार सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में संबोधित करते हुए खंडवा की महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव ने कही। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पिंकी सुदेश बानखेड़े, कलेक्टर ऋषव गुप्ता, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय, जिला पंचायत के सीईओ डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा, सहायक कलेक्टर कृष्णा सुशीर, नगर निगम के अध्यक्ष अनिल विश्वकर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र तारणेकर तथा डॉ. नीता मालवीय सहित विभिन्न अधिकारी, स्कूली विद्यार्थी तथा जागरूक नागरिक मौजूद थे।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पिंकी बानखेड़े ने कहा कि नशा एक बहुत बड़ी सामाजिक बुराई है। नशे से कई परिवार बर्बाद हो चुके हैं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में नशा मुक्ति अभियान चलाए जाने की विशेष आवश्यकता बताई। श्रीमति वानखेड़े ने अपने संबोधन में पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया कि ग्रामीण क्षेत्र में नशीले पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाई जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में नशा मुक्ति अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कराए जाने की आवश्यकता है।
कलेक्टर गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि नशीले पदार्थों से केवल थोड़े से समय के लिए खुशी मिलती है, और इस खुशी के चक्कर में लोग नशे के जाल में फंसते जाते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों और उनके पालकों के बीच संवाद हमेशा कायम रहना चाहिए, ताकि बच्चा अपनी समस्या अपने माता-पिता को बता सके। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों में बच्चों और माता-पिता के बीच संवाद कम होता है, उन परिवारों के बच्चे डिप्रेशन में आ जाते हैं और नशे के जाल में उलझ जाते हैं। कलेक्टर गुप्ता ने इस अवसर पर विद्यार्थियों से अपील की है कि नशीले पदार्थों के साथ-साथ सोशल मीडिया और ऑनलाइन गेमिंग से भी विद्यार्थी दूरी बनाते हुए अपना पूरा ध्यान केवल पढ़ाई पर ही लगाएं।
पुलिस अधीक्षक राय ने इस अवसर पर कहा कि नशा और नशीले पदार्थों का विरोध करें, नशीले पदार्थ बेचने वालों की शिकायत पुलिस से करें। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर खंडवा जिले को नशा मुक्त बनाना है। नशा देश की गंभीर समस्याओं में से एक है। उन्होंने कहा कि बड़े शहरों में पब कल्चर बढ़ता जा रहा है और युवा नशे के जाल में फंसते जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक राय ने कहा कि पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर मध्य प्रदेश पुलिस ने 15 दिवसीय नशा मुक्ति अभियान गत 15 जुलाई को शुरू किया था। यह अभियान सामाजिक न्याय, शिक्षा, स्वास्थ्य और अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण सहित विभिन्न विभागों के समन्वय के साथ सफलतापूर्वक आज संपन्न हो गया।
नगर निगम के अध्यक्ष अनिल विश्वकर्मा ने इस अवसर पर युवाओं से अपील की कि वह नशे से दूर रहें और अपनी ऊर्जा को सकारात्मक कार्यों में लगायें। डॉ. नीता मालवीय ने अपने संबोधन में कहा कि नशा तन मन और धन तीनों के लिए नुकसानदायक है। नशा दिमाग को विकृत करता है तथा नशे से मानव शरीर के लिवर और फेफड़े जैसे अंग खराब हो जाते हैं, जिनके इलाज पर लाखों रूपये खर्च करना पड़ते हैं। कार्यक्रम का संचालन श्री संदीप जोशी ने किया।
प्रतियोगिताओं के विजेता हुए पुरस्कृत
नशा मुक्ति अभियान के समापन अवसर पर इस अभियान के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को अतिथियों ने पुरस्कृत किया। इस अवसर पर निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर कुमारी गायत्री राठौड़ कोे, द्वितीय स्थान के लिए लक्ष्मी नारायण राजपूत तथा तृतीय स्थान के लिए खुशी पटेल को पुरस्कृत किया गया। इसी तरह चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर हरम हुसैन, द्वितीय स्थान पर समीक्षा पालीवाल, तृतीय स्थान पर संजना बिलाहे रहीं। स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान महक पाल, द्वितीय स्थान भूमिका दिलावरे तथा तृतीय स्थान यश उपाध्याय ने प्राप्त किया। रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर आरती जगताप तथा द्वितीय स्थान पर दामिनी कनाडे रहीं। सभी विजेताओं को अतिथियों ने पुरूस्कार व प्रशस्ति पत्र प्रदान किये। जूनियर वर्ग में निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर शबाना एजाज, चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम राम यादव, द्वितीय अयान तथा तृतीय हसनेन अली रहे। स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम देवराज महेश, द्वितीय मोहम्मद आदिल तथा रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम अभिलाषा ने प्राप्त किया। इसके अलावा नशा मुक्ति अभियान के दौरान सराहनीय कार्य करने पर आरक्षक अरविंद, उप निरीक्षक सुभाष नावडे एवं भीमराव अटकडे, यातायात प्रभारी संदीप पंवार, नगर निगम के मोहन राकाडे, दिव्य शर्मा तथा पूर्वक रामटेके एवं उदय सामाजिक संस्था के प्रतिनिधियों को कार्यक्रम में पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित नागरिकों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई।
