Gazal : है क्या जिन्दगी का सच जानता कोई नहीं…
है क्या जिन्दगी का सच जानता कोई नहीं, खाली हाथ जाना है बस मानता कोई नहीं, पीछे ही रह जाएगें…
है क्या जिन्दगी का सच जानता कोई नहीं, खाली हाथ जाना है बस मानता कोई नहीं, पीछे ही रह जाएगें…
अच्छा हुआ भुला दिया तुने मेरे प्यार को, मैंने तो सारा घर बांट दिया संसार को, तेरा प्यार न जाने…
मेरा साया आज मेरे साथ नहीं, किस गली से गुजरा हूं मैं आज मुझे याद नहीं, जिन्दगी में हर मुकाम…
तेरी वो बोलती आंखे, रास्ते पर किसी के राह तकती आंखे, आ जाए जब कोई सामने, आंखों-आंखों में इजहार करती…
तेरे दिल में जगा बनाए वो जज्बात कहां से लाऊं तेरे ही है तलबगार ये दिल जो तुझे हो पंसद,…
छोड़ चले हम तेरा दर पर, हर मोड़ पर तुम याद आते रहे, दिल जख्मी होता रहा, हर पल हम…
बहुत कठिन है जिन्दगी के रास्ते, दिल गम से खाली होता नहीं है, नहीं मिलती है दिल को जिन्दगी में…
कुछ पल जिन्दगी में ऐसे बित गए, तेरे इन्तजार में हम रोते रहे, मजबूरी में थाम के दिल को, खामोशी…
वफा था नाम उसका जो जख्मों से भरी सजा दें गई हमें, मासूम दिल समझ न सका, अदाओं में था…
आ बनके बहार तू मेरी जिन्दगी में, फूल बिछाएं है हमने बेसुमार राह में तेरी, ला फूलों भरी मुस्कान मेरी…